Chandra Grahan 7 Sep 2025 Grah Gochar Shubh Ashubh Effect Kumbh Rashi: सितंबर में लगने वाला है साल का पहला खग्रास चंद्रग्रहण, भारत में दिखेगा असर, जानें किसे शुभ-किसे अशुभ
कुछ ही दिनों में सितंबर का महीना शुरू होने वाला है और इसी के साथ आएगा साल का पहला खग्रास चंद्र ग्रहण। जी हां ज्योतिष में ग्रहण को बहुत खास माना जाता है। इस दौरान ग्रहों की चाल देश दुनिया के साथ साथ सभी राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव छोड़ती है।
चलिए जानतें हैं ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से कि सितंबर में खग्रास चंद्र ग्रहण कब लगेगा, इसका सूतक काल कब शुरू होगा। चंद्र ग्रहण किसे शुभ और किसे अशुभ प्रभाव देगा।
संवत् 2082 के ग्रहण का विवरण
हिन्दू पंचांग के अनुसार संवत 2082 में कुल 4 ग्रहण आएंगे। जिसमें दो चन्द्रग्रहण और दो सूर्यग्रहण होंगे। भारत में केवल दो चन्द्रग्रहण ही दिखाई देंगे।
ग्रहण के नियम और दान क्या हैं
- ज्योतिष में ग्रहण के कुछ नियम बताए गए हैं। इसी के साथ इस दौरान दौरान दान पुण्य का भी विशेष महत्व होता है। इस दौरान राशियों के लिए अशुभ या मध्यम फल भी मिलेगा।
- जिन्हें अशुभ प्रभाव रहेगा उन्हें ग्रहण देखना नहीं चाहिए।
- ग्रहण की अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए।
- हवन करना चाहिए।
- जप करना चाहिए।
- गोदान, तुलादान का महत्व है।
- अन्न एवं वस्त्र का दान होता है।
- सोने या चाँदी का नाग (सर्प) तांबे की प्लेट में रखकर दान करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान कब-क्या करें?
- आरम्भ और मोक्ष समय: स्नान करना चाहिए।
- मध्य समय: हवन, जप, दान आदि करना चाहिए।
- सूतक काल: सूतक लगने से लेकर ग्रहण मोक्ष तक मूर्ति स्पर्श, शयन एवं भोजन वर्जित माना जाता है।
चंद्र ग्रहण के दौरान किसे छूट होती है
ज्योतिष और धर्म शास्त्रों के अनुसार वैसे तो ग्रहण काल में भोजन बनाना और ग्रहण करना वर्जित होता है। लेकिन इस दौरान बच्चे, वृद्ध और रोगियों के लिए भोजन निषेध नहीं है।
कब पड़ेगा 2025 का पहला खग्रास चंद्रग्रहण
पहला चन्द्रग्रहण (खग्रास चन्द्रग्रहण)
दिनांक: 7 सितम्बर 2025 (भाद्रपद शुक्ल 15, रविवार)
खग्रास चंद्रग्रहण किस नक्षत्र में लगेगा: शतभिषा नक्षत्र में।
खग्रास चंद्रग्रहण किस राशि में लगेगा: कुम्भ राशि में।
खग्रास चंद्रग्रहण 2025 कहाँ-कहाँ दिखाई देगा
पंचांग के अनुसार इस साल खग्रास चंद्रग्रहण 2025 भारत में भी दिखाई देगा। इसके अलावा, अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशान्त महासागर, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, हिन्दमहासागर, यूरोप, पूर्वी अटलांटिक महासागर में ये दिखेगा।
खग्रास चंद्रग्रहण 2025 की समय सारणी:
स्पर्श: रात्रि 9:59 बजे
मध्य: रात्रि 11:43 बजे
मोक्ष: रात्रि 1:29 बजे
ग्रासमान: 1.367
पर्वकाल: 3 घंटा 30 मिनट
सूतक प्रारंभ: दिन 12:59 बजे से
खग्रास चंद्रग्रहण 2025 का राशियों पर असर
विशेष अनिष्टकारक: कुम्भ राशि (शतभिषा नक्षत्र)
अशुभ: मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, मकर, मीन
शुभ: मेष, वृष, कन्या, धनु
2026 में लगेगा दूसरा चन्द्रग्रहण (खण्डग्रास चन्द्रग्रहण)
हिन्दू पंचांग के अनुसार सितंबर 2025 के बाद अगले साल यानी 2026 में अगला खग्रास खंडग्रास चंद्रग्रहण लगेगा।
तारीख: 3 मार्च 2026 (फाल्गुन शुक्ल 15, मंगलवार)
नक्षत्र/राशि: पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र, सिंह राशि
कहाँ-कहाँ दिखाई देगा:
भारत, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशान्त महासागर, अमेरिका
समय सारणी:
स्पर्श: सायं 6:14 बजे
मध्य: सायं 6:39 बजे
मोक्ष: रात्रि 7:02 बजे
ग्रासमान: 1.154
पर्वकाल: 48 मिनट
सूतक प्रारंभ: दिन 9:14 बजे से
खग्रास चंद्रग्रहण 2026 का राशियों पर असर
विशेष अनिष्टकारक: सिंह राशि (पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र)
अशुभ: मेष, वृष, कर्क, कन्या, धनु, मकर, कुम्भ
शुभ: मिथुन, तुला, वृश्चिक, मीन
संवत् 2082 में भारत में दिखाई देने वाले चन्द्रग्रहण
ग्रहण प्रकार | तिथि / दिन | नक्षत्र व राशि | कहाँ-कहाँ दिखेगा | समय (भारतीय समयानुसार) | सूतक प्रारंभ | जिन राशियों पर असर | फल |
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खग्रास चन्द्रग्रहण | 7 सितम्बर 2025 (रविवार) | शतभिषा नक्षत्र, कुम्भ राशि | भारत, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, हिन्दमहासागर, यूरोप, अटलांटिक महासागर | स्पर्श: 9:59 रात मध्य: 11:43 रात मोक्ष: 1:29 रात अवधि: 3 घंटे 30 मिनट |
12:59 दोपहर से | विशेष अनिष्ट: कुम्भ अशुभ: मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, मकर, मीन शुभ: मेष, वृषभ, कन्या, धनु |
कुम्भ राशि वालों के लिए कठिन, शेष राशियों को मिला-जुला फल |
खण्डग्रास चन्द्रग्रहण | 3 मार्च 2026 (मंगलवार) | पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र, सिंह राशि | भारत, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, अमेरिका | स्पर्श: 6:14 शाम मध्य: 6:39 शाम मोक्ष: 7:02 रात अवधि: 48 मिनट |
9:14 सुबह से | विशेष अनिष्ट: सिंह अशुभ: मेष, वृषभ, कर्क, कन्या, धनु, मकर, कुम्भ शुभ: मिथुन, तुला, वृश्चिक, मीन |
सिंह राशि वालों के लिए कठिन, कुछ राशियों को शुभ परिणाम |
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