Raipur Tomar Brothers Case: रायपुर में लंबे समय से फरार चल रहे सूदखोर और हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर (Virendra Tomar) और रोहित तोमर (Rohit Tomar) की मुसीबतें बढ़ गई हैं। सेशन कोर्ट ने उनकी संपत्तियों को कुर्क करने की याचिका स्वीकार कर ली है। अदालत ने रायपुर कलेक्टर को चार प्रॉपर्टी की कुर्की का आदेश भेजा है, जिनमें तीन प्रॉपर्टी वीरेंद्र और एक प्रॉपर्टी रोहित की बताई जा रही है।
सीएसपी राजेश देवांगन (Rajesh Dewangan) के मुताबिक, पुलिस ने तोमर बंधुओं को कोर्ट में पेश होने के लिए उद्घोषणा की अंतिम तारीख कल तय की है। अगर वे पेश नहीं होते, तो उनकी संपत्ति पर कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
सूदखोरी से खड़ा किया अपराध का साम्राज्य
वीरेंद्र तोमर ने 2008 में रायपुर की समता कॉलोनी से अंडे का ठेला लगाकर शुरुआत की थी। वहीं से उसने सूदखोरी का धंधा शुरू किया और लोगों को ऊंचे ब्याज पर पैसे देने लगा। ब्याज न चुकाने वालों से मारपीट, अपहरण और ब्लैकमेलिंग तक करने लगा। देखते-ही-देखते उसने करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली।
तोमर बंधुओं के पास भाठागांव (Bhathagaon) में आलीशान हवेली, बीएमडब्ल्यू (BMW), थार (Thar) और ब्रेजा (Brezza) जैसी लग्जरी गाड़ियां, लाखों की नकदी, सोना-चांदी और अवैध हथियार मिले हैं।
जब्त की गई संपत्ति और सामान
- नकद – ₹35,10,300
- सोना – 734 ग्राम
- चांदी – 125 ग्राम
- लग्जरी वाहन – BMW, Thar, Brezza
- इलेक्ट्रॉनिक सामान – लैपटॉप, iPad, DVR, नोट गिनने की मशीन
- दस्तावेज – जमीन की रजिस्ट्री, ई-स्टांप, लेन-देन के रजिस्टर
- हथियार – रिवॉल्वर, पिस्टल, तलवारें और कारतूस
अपराध का लंबा इतिहास
वीरेंद्र और रोहित तोमर मूल रूप से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रहने वाले हैं। रायपुर में इन पर 10 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, ब्लैकमेलिंग, रंगदारी, धोखाधड़ी और सूदखोरी जैसे अपराध शामिल हैं।
- वीरेंद्र तोमर पर हत्या और धोखाधड़ी जैसे केस दर्ज हैं।
- रोहित तोमर पर महिलाओं से ब्लैकमेलिंग, मारपीट और अप्राकृतिक कृत्य जैसे संगीन मामले दर्ज हैं।
पुलिस का मानना है कि दोनों अपराधियों का फरार रहना समाज के लिए खतरनाक है। यही वजह है कि उनकी जानकारी देने वालों को 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है।