हाइलाइट्स
- मध्यप्रदेश के 9 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट।
- इंदौर-उज्जैन संभाग में चटक धूप के आसार।
- भोपाल, जबलपुर में भी छाए रह सकते हैं बादल।
MP Weather Update Rakshabandhan 2025: मध्य प्रदेश में अगस्त के पहले सप्ताह में मौसम साफ रहने के बाद एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। आज रक्षाबंधन पर प्रदेश के मौसम के दो रंग देखने को मिलेंगे। प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी इलाकों के 9 जिलों में आज तेज बारिश के आसार हैं, वहीं इंदौर और उज्जैन संभाग के अधिकांश जिलों में चटक धूप खिली रहेगी। भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में हल्के बादलों की मौजूदगी रह सकती है। इससे पहले शुक्रवार को सीधी, मंडला, डिंडौरी सहित प्रदेश के 12 जिलों में बारिश दर्ज की गई थी।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। खास बात यह है कि 13 अगस्त के बाद बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) बनने के संकेत मिल रहे हैं, जिससे राज्य में बारिश की रफ्तार और बढ़ सकती है।
कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट
मध्यप्रदेश में शनिवार को मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए कई जिलों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। श्योपुर, मुरैना, पन्ना, कटनी, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट में आज तेज बारिश होने की संभावना है, जिनके लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है।
वहीं दूसरी ओर, प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में स्थित इंदौर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, धार, बड़वानी, अलीराजपुर और झाबुआ जिलों में आसमान साफ रहने की उम्मीद है और धूप खिली रहेगी।
कहां होगी मध्यम बारिश और बिजली गिरने की आशंका?
छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, बालाघाट, अशोकनगर, शिवपुरी और बैतूल जैसे इलाकों में बिजली चमकने के साथ मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, विशेष रूप से खुले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी गई है।
इन जिलों में हल्की बारिश के आसार
MID अपडेट के अनुसार गुना, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी (ओरछा), रीवा, सतना, मैहर, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडोरी, नीमच, मंदसौर में हल्की बारिश हो सकती है। यहां गरज-चमक के साथ बरसात होने की संभावना जताई गई है।
रात में इन जिलों में बदल सकता है मौसम
रात के समय में मौसम का मिजाज और बदलेगा। शाजापुर, रतलाम, राजगढ़, आगर, पन्ना, छतरपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, मंडला, शहडोल, जबलपुर, नरसिंहपुर, विदिशा, खंडवा, खरगोन और बुरहानपुर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मंडला और सीधी में बारिश, गर्मी से मिली राहत
मध्यप्रदेश में शुक्रवार को मौसम ने एक बार फिर करवट ली और कई जिलों में बारिश का सिलसिला देखने को मिला। मंडला और सीधी में सवा इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं, छतरपुर जिले के नौगांव में भी आधा इंच से अधिक पानी गिरा। राजधानी भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे, लेकिन बारिश की रफ्तार बेहद हल्की रही।
इसके अलावा जिन जिलों में हल्की वर्षा दर्ज की गई, उनमें बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो (छतरपुर), रीवा, सतना, उमरिया, डिंडौरी, मऊगंज शामिल हैं। यह बारिश भले ही भारी न रही हो, लेकिन बादल के बरसते ही वातावरण में ठंडक जरूर घुल गई, जिससे लोगों को गर्मी और उमस भरे मौसम से कुछ राहत मिली।
एमपी में अब तक कितनी बारिश हुई?
मध्यप्रदेश में इस मानसून सीजन अब तक औसतन 28.8 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो कि सीजन की कुल अनुमानित बारिश का 78 प्रतिशत है। मौसम विभाग का कहना है कि जून और जुलाई में सक्रिय रहे मजबूत सिस्टम के कारण अब तक सामान्य से 34% अधिक वर्षा हो चुकी है।
- पूर्वी संभागों की स्थिति संतोषजनक: प्रदेश के पूर्वी हिस्से जैसे जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में बारिश की स्थिति अच्छी है। यहां अधिकांश जिलों में सामान्य या उससे अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है, जिससे खेतों में नमी बनी हुई है और खरीफ फसलों को फायदा हुआ है।
- इंदौर-उज्जैन संभाग में कम बारिश: दूसरी ओर, इंदौर और उज्जैन संभाग में मानसून की रफ्तार धीमी रही है। इंदौर संभाग के 8 में से 5 जिलों में अब तक 13 इंच से भी कम बारिश हुई है, जो चिंता का विषय है। सिर्फ अलीराजपुर और झाबुआ ऐसे जिले हैं, जहां 20 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
- इंदौर-उज्जैन संभाग में कम बारिश: इंदौर और उज्जैन संभाग में मानसून की रफ्तार धीमी रही है। इंदौर संभाग के 8 में से 5 जिलों में अब तक 13 इंच से भी कम बारिश हुई है, जो चिंता का विषय है। सिर्फ अलीराजपुर और झाबुआ ऐसे जिले हैं, जहां 20 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
- ग्वालियर में सबसे ज्यादा बारिश: बारिश के आंकड़ों में ग्वालियर जिला सबसे आगे है, जहां अब तक 35 इंच से अधिक वर्षा हो चुकी है। यहां कुल मौसमी कोटा लगभग पूरा हो चुका है। इसके अलावा जबलपुर और भोपाल की स्थिति भी बेहतर है, जहां अच्छी बारिश दर्ज की गई है और जलस्रोतों में पानी की स्थिति संतोषजनक है।
क्या आगे एमपी का मौसम फिर बदलेगा?
प्रदेश में फिलहाल भले ही कुछ इलाकों में बारिश थमी हो, लेकिन मौसम जल्द ही फिर करवट ले सकता है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन (Senior Meteorologist Dr. Divya E. Surendran) के अनुसार, शुक्रवार को देश के विभिन्न हिस्सों में दो टर्फ लाइन सिस्टम सक्रिय थे, लेकिन वे फिलहाल एमपी से काफी दूर हैं, इसलिए व्यापक असर नहीं दिखा।
हालांकि, मौसम विभाग का अनुमान है कि 13 अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) सक्रिय हो सकता है। यदि यह सिस्टम मजबूत होता है तो प्रदेश में एक बार फिर से अच्छी बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि शनिवार को भी राज्य के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन असली असर 13 अगस्त के बाद देखने को मिल सकता है, जब यह नया मानसूनी सिस्टम प्रदेश की ओर बढ़ेगा।
अलगे दो दिन का मौसम अपडेट…
इस खबर से जुड़े 5 प्रमुख FAQs
Q 1. क्या रक्षाबंधन पर पूरे मध्यप्रदेश में बारिश होगी?
- A. नहीं, रक्षाबंधन पर केवल प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी जिलों में तेज बारिश के आसार हैं। इंदौर और उज्जैन संभाग के ज्यादातर हिस्सों में मौसम साफ रहेगा।
Q 2. किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है?
- A. श्योपुर, मुरैना, पन्ना, कटनी, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट में आज भारी बारिश की संभावना है। यहां येलो अलर्ट जारी किया गया है।
Q 3. क्या मौसम फिर से बदलेगा?
- A. हाँ, 13 अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे प्रदेश में एक बार फिर बारिश की गतिविधियाँ तेज हो सकती हैं।
Q 4. अब तक मध्यप्रदेश में कितनी बारिश हो चुकी है?
- A. प्रदेश में अब तक औसतन 28.8 इंच बारिश हो चुकी है, जो कुल सीजन की अनुमानित बारिश का लगभग 78% है।
Q 5. कौन सा जिला सबसे ज्यादा बारिश में आगे है?
- A. ग्वालियर अब तक 35 इंच बारिश के साथ सबसे आगे है। यहां सीजन की सामान्य बारिश पूरी हो चुकी है।