मशहूर शायर निदा फाजली का ये शेर इस मुलाकात पर भी सटीक बैठता है…राजनीतिक सौहार्द की ये तस्वीर गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करने वाले भोपाल शहर से सामने आई…मौका एक निजी स्कूल की शुरुआत का था…मुख्य अतिथि सिंधिया मंच पर थे…जैसे ही उनकी नजर सामने बैठे दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर पड़ी…वो खुद नीचे उतरे और सारे गले शिकवे भुलाकर पहले राजा को प्रणाम किया…फिर हाथ पकड़कर मंच तक ले गए…जैसे ही दोनों नेता मंच पर पहुंचे तालियों से हाल गूंजा उठा…अब ये तस्वीर सियासी गलियारों में चर्चा का सबब बनी हुई है…सिंधिया और दिग्विजय की मुलाकात पर कांग्रेस ने कहा कि राजनीति में मतभेद होते है मनभेद नहीं…दोनों नेताओं ने एक दूसरे का मान रखा…ये उन लोगों के लिए संदेश है जो राजनीति में रंजिश पालते हैं…तो बीजेपी ने भी कुछ इसी अंदाज में अपनी बात कही…