Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड में मंगलवार सुबह उत्तरकाशी जिले के धराली गांव की खीरगंगा में बादल फटने जैसी स्थिति बनी, जिससे भीषण बाढ़ आ गई। इस प्राकृतिक आपदा में कई लोगों के मलबे में दबने की सूचना है, जबकि अनेक होटल और दुकानें पानी और मलबे की चपेट में आकर तबाह हो चुकी हैं। पूरा धराली बाजार बर्बाद हो गया है।
चार लोगों की मौत, 50 से ज्यादा घायल
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य लोग लापता हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है और SDRF व अन्य रेस्क्यू टीमें मौके पर मौजूद हैं।
धराली (उत्तरकाशी) के प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन, भारतीय सेना, NDRF एवं SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। प्राथमिकता के आधार पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और… pic.twitter.com/EV2ykxQ0bA
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 5, 2025
आर्मी कैंप, हेलीपैड बहा, कई जवान लापता
हर्षिल का तेल गाट में आर्मी कैम्प, मेस और कैफे भी जलजले की चपेट में आए हैं। कई जवान लापता हैं। उत्तरकाशी से 18 किलोमीटर दूर नेतला में भी लैंड स्लाइड आने से धराली तक नहीं पहुंचा जा सकता है। हर्षिल में नदी के किनारे बना हेलीपैड भी बह गया है। भारी बारिश की वजह से हेलीकॉप्टर से राहत और बचाव का काम नहीं हो पा रहा है।
HM अमित शाह ने CM पुष्कर धामी से बात की
गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के धराली गांव में बादल फटने की हुई तबाही को लेकर सीएम पुष्कर धामी से बात कर घटना की जानकारी ली। जानकारी के अनुसार पास की ITBP की 3 टीमों को आपदा की जगह पर भेज दिया गया है। इसी के साथ NDRF की 4 टीमें भी घटनास्थल के लिए भेज दी गई हैं।
हेल्पलाइन नंबर हुआ जारी
– 01374222126
– 222722
– 9456556431
विधायक ने जताया दुख, बचाव में जुटे संसाधन
गंगोत्री से विधायक सुरेश चौहान ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन की टीमें पूरी मुस्तैदी के साथ राहत और बचाव कार्यों में लगी हैं। प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जा रही है।
धराली गांव में अफरा-तफरी, सेना और राहत टीमें रवाना
जैसे ही खीरगंगा नदी का सैलाब गांव की ओर बढ़ा, स्थानीय लोगों में चीख-पुकार मच गई। बाढ़ का पानी और मलबा कई घरों और होटलों में घुस गया है। आर्मी, हर्षिल पुलिस और SDRF की टीमें तत्काल भटवाड़ी क्षेत्र की ओर रवाना की गई हैं, जहां सबसे अधिक नुकसान होने की खबर है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया जा रहा है।
राहत कार्यों के लिए भेजे 2 एमआई और 1 चिनूक हेलिकॉप्टर
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की घटना के बाद हालात गंभीर बने हुए हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा प्राप्त प्राथमिक जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में भारी तबाही के बीच राहत और बचाव कार्यों को तेजी देने के लिए भारत सरकार ने दो एमआई (MI) हेलिकॉप्टर और एक चिनूक (Chinook) हेलिकॉप्टर मुहैया कराए हैं।
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से भेजे गए आग्रह पर केंद्र सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए ये हेलिकॉप्टर राहत कार्यों में लगाने का फैसला लिया। हेलिकॉप्टरों की मदद से फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने, मलबे में दबे लोगों की खोज और ज़रूरी राहत सामग्री की आपूर्ति का कार्य किया जाएगा।
बनाल पट्टी में भारी बारिश से बकरियां बहीं
वहीं, उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील क्षेत्र के बनाल पट्टी में मंगलवार सुबह भारी अतिवृष्टि हुई, जिससे क्षेत्र का कुड गदेरा उफान पर आ गया। बाढ़ की चपेट में आकर करीब डेढ़ दर्जन बकरियां बह गईं, जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ है।
यमुनोत्री हाईवे फिर धंसा, आवाजाही पूरी तरह बंद
लगातार बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे पर यातायात पूरी तरह अवरोधित हो गया है। स्यानाचट्टी के पास रविवार देर रात से ही बारिश जारी है, जिससे हाईवे का लगभग 25 मीटर हिस्सा धंस गया है। साथ ही आसपास की पहाड़ियों से लगातार बोल्डर और मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है।
एनएच विभाग के ईई मनोज रावत मौके पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि बारिश के चलते हाईवे को खोलना काफी मुश्किल हो रहा है। प्रयास किया जा रहा है कि शाम तक कुछ हिस्से काटकर छोटे वाहनों के लिए रास्ता बनाया जाए।
गंगोत्री हाईवे भी बंद, BRO ने शुरू किया राहत कार्य
गंगोत्री हाईवे पर भी मंगलवार को डबराणी, नाग मंदिर और नेताला के पास मलबा आने से कई घंटों तक आवाजाही बंद रही। हालांकि BRO की टीमों ने तुरंत रेस्पॉन्ड करते हुए रास्ता साफ करवा कर कुछ घंटों में आवागमन बहाल कर दिया।
देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार में स्कूल बंद
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल के अनुसार, 10 अगस्त 2025 तक प्रदेशभर में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके चलते देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार में मंगलवार को सभी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।