हाइलाइट्स
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सिंगरौली में खेतों के बीच में बना दिया पुल
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पुल के पास सड़क को अता पता नहीं
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ग्रामीण लगा रहे सरपंच-सचिव पर आरोप
Singrauli News: अजब एमपी का एक गजब कारनामा सिंगरौली जिले से सामने आया है। इससे सभी भौचक्के हैं। यहां खेतों के बीचों- बीच एक पुल खड़ा कर दिया गया है, लेकिन उसके आसपास सड़क का अता-पता नहीं है। स्थानीय लोगों में इस निर्माण को लेकर काफी आक्रोश है। भ्रष्टाचार के इस पुल की सोशल मीडिया पर तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं। हालांकि, कई दिनों से ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिम्मेदार अफसरों तक की है, लेकिन सभी ने अनदेखी कर दी थी। अब सीईओ जिला पंचायत जांच करने की बात कह रहे हैं।
भ्रष्टाचार के पुल की तस्वीरें वायरल !
पूरा मामला, सिंगरौली के देवसर जनपद की नौढ़िया ग्राम पंचायत में का है। यहां लगभग 6 लाख रुपए की लागत से एक पुल का निर्माण किया गया है, जो खेत के बीचों-बीच खड़ा है। इस तक पहुंचने के लिए कोई सड़क ही नहीं है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अपने स्तर पर अफसरों से की, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो इस पुल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं गई।
पुल का कोई इस्तेमाल नहीं
अब इन वायरल तस्वीरों को देखकर हर कोई हैरान है। ग्रामीणों का कहना है कि यह पुल पूरी तरह से बेकार है, क्योंकि इसका कोई इस्तेमाल नहीं है।
सरपंच-सचिव की मनमानी का नतीजा
ग्रामीणों का आरोप है कि यह साफ तौर पर जिला पंचायत के अफसरों की अनदेखी का नतीजा है, जहां मनमाने तरीके से गांव के सरपंच और सचिव ने बिना किसी योजना के निर्माण कार्य करा दिया।
बिना सड़क के पुल बनाने का औचित्य ?
पुल की तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा है कि क्षेत्र के खेतों में धान, गेंहू की फसल के अलावा अब पुल की खेती भी होने लगी है। स्थानीय लोग इस प्रोजेक्ट को लेकर सवाल उठा रहे हैं और जिला पंचायत सीईओ से जवाब मांग रहे हैं। उनका कहना है बिना सड़क के पुल बनाने का क्या औचित्य है ?
6 लाख रुपए की लागत से बना पुल
देवसर ब्लॉक के नौढ़िया ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव ने 6 लाख की लागत से गांव के एक खेत में ऐसे पुल का निमार्ण करा दिया जहां न सड़क है न नदी और न नाले। अब यह अनोखा पुल फिलहाल चर्चा में है।
ग्रामीणों में आक्रोश
नाराज ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ टालमटोल कर रहा है, जबकि वास्तविकता यह है कि सरकारी धन की लूट मची है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव के सरपंच, सचिव बिना किसी ठोस योजना के निर्माण कार्य कर रहे हैं।
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जिला पंचायत जांच करेगी
फिलहाल, इस मामले में जिला पंचायत के सीईओ गजेंद्र सिंह नागेश जांच करने की बात कर रहे है, लेकिन भ्रष्टाचार का ऐसा गजब कारनामा देखकर सीईओ भी हैरान है।
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