हाइलाइट्स
- एमपी में अब नई तकनीक से बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस।
- स्मार्टफोन पर ही रीड होंगे कॉन्टैक्ट लेस RC और DL।
- कार्ड डिस्पैच होने के बाद इसकी ट्रैकिंग की जा सकेगी।
MP Contactless Driving License RC cards: मध्य प्रदेश में वाहन मालिकों को जल्द ही नई तकनीक वाले स्मार्ट कार्ड मिलने वाले हैं। परिवहन विभाग कॉन्टैक्टलेस डिजिटल रजिस्ट्रेशन कार्ड (RC) और ड्राइविंग लाइसेंस (DL) जारी करेगा। यह प्रक्रिया दिसंबर से शुरू होने जा रही है। इन कार्डों को पढ़ने के लिए अब किसी खास मशीन की जरूरत नहीं होगी, सिर्फ स्मार्टफोन की स्क्रीन पर पूरा डेटा नजर आ जाएगा। साथ ही इस कदम से फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी।
अब हाईटेक होंगे वाहन से जुड़े दस्तावेज
मध्य प्रदेश परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों की सुविधा के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। डिजिटल की दिशा में परिवहन विभाग का बड़ा कदम उठाया है। एमपी में परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) और रजिस्ट्रेशन कार्ड (Registration Card) नई तकनीक के साथ तैयार करने का फैसला लिया है। अब वाहनों के ये दस्तावेज कॉन्टैक्टलेस कार्ड में उपलब्ध होंगे, जिन्हें किसी स्कैनर या मशीन की जरूरत नहीं पड़ेगी, सिर्फ स्मार्टफोन के पास लाते ही पूरी जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी।
अब तक RC कार्ड को पढ़ने के लिए पीओएस मशीन या अन्य डिवाइस की जरूरत पड़ती थी। लेकिन पिछले साल सितंबर में स्मार्ट कार्ड सप्लाई करने वाली कंपनी का अनुबंध खत्म होने के बाद से वाहन मालिकों को सिर्फ DL और RC की PDF फॉर्मेट कॉपी ही दी जा रही थी। अब कार्ड फिर से बनने लगेंगे, वो भी स्मार्ट टेक्नोलॉजी के साथ।
नए कॉन्टैक्टलेस DL और RC कार्ड के फायदे क्या हैं?
1. मोबाइल से सीधे रीड होगा कार्ड: अब यह नया स्मार्ट कार्ड कॉन्टैक्टलेस तकनीक से लैस होगा, जिससे इसे किसी भी स्मार्टफोन के पास लाकर तुरंत स्कैन किया जा सकेगा। इससे फर्जी कार्ड की संभावना खत्म हो जाएगी।
2. घर बैठे मिलेगा कार्ड: ड्राइविंग लाइसेंस अब प्रिंट होने के बाद सीधे आवेदक के पते पर पोस्ट किया जाएगा। आपको RTO के चक्कर नहीं लगाने होंगे।
3. सिर्फ 2 दिन में प्रिंटिंग: कार्ड का प्रिंट संबंधित RTO शाखा द्वारा आवेदन के दो कार्यदिवस में कर दिया जाएगा, जिससे समय की बचत होगी।
4. रियल-टाइम ट्रैकिंग: कार्ड डिस्पैच होते ही आपको SMS से जानकारी मिलेगी। साथ ही इसकी पूरी ट्रैकिंग ऑनलाइन की जा सकेगी।
5. शिकायत और सहायता केंद्र: परिवहन विभाग पहली बार एक डेडिकेटेड कंप्लेंट सेंटर शुरू करेगा, जहां आवेदक किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज कर समाधान प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, हेल्प डेस्क भी बनेगी जो आवेदन प्रक्रिया में मार्गदर्शन देगी।
दिसंबर 2025 से जारी होंगे कार्ड
परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा ने जानकारी दी कि जल्द ही प्रदेश में कॉन्टैक्टलेस डिजिटल स्मार्ट कार्ड लागू किए जाएंगे। इसके लिए अगले माह से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विभाग का लक्ष्य है कि दिसंबर 2025 से नागरिकों को ये स्मार्ट कार्ड जारी करना शुरू कर दिया जाए।
200 रुपए से कम में मिलेगा स्मार्ट कार्ड
डिजिटल स्मार्ट कार्ड के लिए परिवहन विभाग 200 रुपए से कम शुल्क लेगा। जिन लोगों के पास पहले से ड्राइविंग लाइसेंस या आरसी कार्ड है, वे भी इस नई तकनीक वाले कॉन्टैक्टलेस कार्ड के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसके लिए संबंधित व्यक्ति अपने क्षेत्रीय आरटीओ की हेल्पडेस्क से संपर्क कर प्रक्रिया पूरी कर सकता है।
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एमपी में हर साल बनते हैं 35 लाख कार्ड
परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मध्यप्रदेश में हर साल औसतन 35 लाख से अधिक ड्राइविंग लाइसेंस (DL), वाहन रजिस्ट्रेशन कार्ड (RC) और इनके नवीनीकरण से जुड़े कार्ड तैयार कर आवेदकों को जारी किए जाते हैं। केवल राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां हर साल करीब ढाई से तीन लाख कार्ड जारी किए जाते हैं।
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