Friendship Day Shayri 2025: हर साल 3 अगस्त को मनाया जाने वाला फ्रेंडशिप डे (Friendship Day) दोस्ती के अद्भुत रिश्ते को सेलिब्रेट करने का एक शानदार मौका है। यह दिन खास तौर पर हमारे जीवन में दोस्तों के महत्व को याद दिलाता है, जो हमेशा अच्छे और बुरे समय में हमारे साथ खड़े रहते हैं।
इस दिन का उद्देश्य दोस्ती के इस खूबसूरत रिश्ते को और भी मजबूत करना है। क्या आपने कभी सोचा है कि दोस्ती को कुछ खूबसूरत शब्दों से कैसे और बेहतर बनाया जा सकता है? आइए जानते हैं कुछ बेहतरीन शेर और शायरी, जो आपके दोस्तों के लिए एक परफेक्ट गिफ्ट हो सकते हैं।
दोस्ती के अहम शेर-उ-शायरी
शेर और शायरी दोस्ती (Friendship Day Shayri) को अपनी सबसे प्यारी यादों में शामिल करने का सबसे बेहतरीन तरीका हो सकती है।
- जैसे मशहूर शायर बशीर बद्र (Bashir Badr) ने कहा था,
“दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों।”
यह शेर न केवल दोस्ती के रिश्ते को मजबूत करने का संदेश देता है, बल्कि यह भी याद दिलाता है कि सही दोस्ती में कभी भी पछतावा नहीं होता।
2. एक और प्रसिद्ध शायर अहमद फ़राज़ (Ahmed Faraz) कहते हैं,
“अगर तुम्हारी अना ही का है सवाल तो फिर, चलो मैं हाथ बढ़ाता हूँ दोस्ती के लिए।”
यह शेर उन सभी दोस्तों के लिए है जो कभी अहंकार या जिद में दोस्ती से दूर हो जाते हैं, और याद दिलाता है कि दोस्ती के रास्ते हमेशा खुले होते हैं।
दोस्ती और रिश्तों की गहरी बातें
3. नासिर काज़मी (Nasir Kazmi) की यह शायरी सच में दिल को छूने वाली है,
“वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का, जो पिछली रात से याद आ रहा है।”
यह शेर हमें यह एहसास दिलाता है कि अच्छे दिन हमारी यादों में हमेशा जिंदा रहते हैं, और दोस्त वही होते हैं जो हमारे साथ इन पलों में रहते हैं।
4. वहीं हफ़ीज़ होशियारपुरी (Hafeez Hoshiarpuri) की शायरी
“दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त, दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से”
हमें याद दिलाती है कि सच्चे दोस्त बड़े दुर्लभ होते हैं, और उनकी कद्र करनी चाहिए। दोस्ती के रिश्ते को सहेजना और हर पल इसे खास बनाना जरूरी है।
वक्त और दोस्ती
कभी-कभी ऐसा लगता है कि दोस्ती का रिश्ता इतना गहरा होता है कि उसमें हर बात एक साथ समाहित होती है।
5. क़तील शिफ़ाई (Kafeel Shifaai) कहते हैं,
“यूँ लगे दोस्त तिरा मुझ से ख़फ़ा हो जाना, जिस तरह फूल से ख़ुशबू का जुदा हो जाना।”
यह शेर यह दर्शाता है कि दोस्त और दोस्ती का रिश्ता बहुत गहरे से जुड़ा होता है, जो कभी नहीं टूटता।
6. दोस्ती में समय के साथ आने वाली दूरी को भी जिगर मुरादाबादी (Jigar Moradabadi) की शायरी समझाती है,
“आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं, जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैं।”
यह शेर एक सच्चे दोस्त की अहमियत को बताता है, कि जब वह दूर होता है, तो हमारी जिंदगी अधूरी लगती है।
दोस्ती के नसीहत देने वाले शेर
इस विशेष दिन पर हम यह भी समझ सकते हैं कि दोस्त केवल अच्छे वक्त के साथी नहीं होते।
7. इस पर एक अज्ञात (Anonymous) कहते हैं,
“ऐश के यार तो अग़्यार भी बन जाते हैं, दोस्त वो हैं जो बुरे वक़्त में काम आते हैं।”
यह शेर उन दोस्तों की अहमियत को दर्शाता है, जो हमारे कठिन समय में हमारे साथ खड़े रहते हैं, और हमें कभी अकेला नहीं छोड़ते।
सच्चे दोस्त एक खजाना होते हैं
8. लाला माधव राम जौहर (Lala Madhav Ram Johar) ने अपनी शायरी में बहुत सही कहा है,
“दोस्त दो-चार निकलते हैं कहीं लाखों में, जितने होते हैं सिवा उतने ही कम होते हैं।”
यह शेर बताता है कि दोस्त बहुत कम होते हैं, लेकिन जिनके पास सच्चे दोस्त होते हैं, उनका जीवन सुखी और संपन्न होता है। दोस्ती सिर्फ साथ बिताए अच्छे समय का नाम नहीं है।
9. अतहर नफ़ीस (Athar Nafees) का कहना है,
“बहुत छोटे हैं मुझ से मेरे दुश्मन, जो मेरा दोस्त है मुझ से बड़ा है।”
यह शेर हमें यह सिखाता है कि सच्चा दोस्त हमेशा हमारी ताकत होता है, और वह किसी भी दुश्मन से अधिक मूल्यवान होता है।
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