हाइलाइट्स
- मध्य प्रदेश में भारी बारिश से बिगड़े हालात।
- चंबल उफान पर, नर्मदा खतरे के निशान के करीब।
- स्कूल बंद, सड़कें जलमग्न, सेना ने संभाला मोर्चा।
Madhya Pradesh Flood and Rain Alert: मध्यप्रदेश में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी खतरे और मुरैना में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा और भी बढ़ सकता है। प्रशासन ने आसपास के गांवों में अलर्ट जारी किया है। भोपाल, शिवपुरी, नर्मदापुरम समेत कई जिलों में स्कूलों में छुट्टी की गई है। इधर, श्योपुर में पार्वती नदी की बाढ़ का पानी उतरने के बाद खेत में पिता-पुत्र के शव लिपटे हुए मिले हैं।
आफत की बारिश, सेना ने संभाला मोर्चा
मध्यप्रदेश में बारिश अब लोगों के लिए आफत बन गई है। भारी बारिश ने कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। आसमानी आफत के बाद कई रास्ते बंद हो गए हैं। कई ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव हो गया। गुना और शिवपुरी समेत अनेक जिलों में हालात इतने बिगड़ गए कि रेस्क्यू के लिए सेना को मैदान में उतरना पड़ा।
कोलारस के पचावली गांव में बाढ़ के पानी में फंसे 27 स्कूली बच्चों को सेना ने नाव की मदद से 30 घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद सकुशल बाहर निकाला। प्रदेश में जारी तेज बारिश के कारण कई स्कूलों छुट्टी की गई। शिवपुरी में सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है, जबकि विदिशा जिले में नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले में आज भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीईआरएफ, ज़िला पुलिस बल तथा प्रशासन ने तत्परता, साहस और समर्पण का परिचय देते हुए बाढ़ प्रभावित गाँवो से 300 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया।
सेना ने आज अल्प समय में आकर अदम्य साहस तथा कर्तव्य परायणता का परिचय देते हुए… https://t.co/favJae1lhc
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 30, 2025
सीएम मोहन यादव ने की सराहना
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शिवपुरी जिले में सेना, NDRF, SDRF, पुलिस और प्रशासन द्वारा बाढ़ग्रस्त गांवों से 300 से अधिक लोगों के सफल रेस्क्यू की सराहना की। सीएम ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर कहा कि आज मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में बाढ़ प्रभावित गांवों से भारतीय सेना, NDRF, SDRF, जिला पुलिस बल और प्रशासन की संयुक्त टीम ने जो साहसिक कार्य किया, वह अत्यंत सराहनीय और प्रेरणादायक है।”
300 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालना – यह केवल एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि मानवता और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल है।
भारतीय सेना ने अल्प समय में पहुंचकर अदम्य साहस और अनुशासन के साथ ऑपरेशन को सफल बनाया। यह उनका समर्पण, अनुशासन और राष्ट्रसेवा का जीवंत उदाहरण है।
सेना के सभी जांबाज़ जवानों और अधिकारियों को मैं हृदय से नमन करता हूं। उनकी निस्वार्थ सेवा और कर्तव्य के प्रति यह समर्पण, मध्यप्रदेश कभी नहीं भूलेगा।
नदियां उफान पर, गांवों में अलर्ट
एमपी में बुधवार को हुई बारिश की कई भयावह तस्वीरें सामने आई हैं। प्रमुख नदिया जैसे नर्मदा, चंबल, सिंध और पार्वती उफान पर हैं और हालात बिगड़ते जा रहे हैं। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 964 फीट से महज एक फीट नीचे है, जिससे प्रशासन हाई अलर्ट पर है। उधर, मुरैना में चंबल नदी पहले ही खतरे के स्तर से तीन फीट ऊपर बह रही है। इससे निचले इलाकों और आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा गहरा गया है। मुरैना, सबलगढ़, अंबाह तहसील सहित जिलेभर में 500 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। शिवपुरी में माधव टाइगर रिजर्व की सांख्य सागर झील लबालब हो गई है।
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12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
नीमच, मंदसौर, श्योपुर, गुना, आगर-मालवा और राजगढ़ जैसे जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने आज गुरुवार को 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, आज नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, श्योपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बाकी जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की चेतावनी दी गई है। कल 1 अगस्त को भी कई जिलों में जमकर बदरा बरसेंगे। वहीं 2 और 3 अगस्त को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
जबलपुर में 9 घंटे में 1 इंच बारिश
जबलपुर में बुधवार को 9 घंटे के अंदर सबसे ज्यादा 1 इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं भोपाल, बैतूल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, पचमढ़ी, रायसेन, श्योपुर, उज्जैन, दमोह, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, सागर, सिवनी, उमरिया, बालाघाट और शिवपुरी सहित 25 से अधिक जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है।
श्योपुर में गांव डूबे, पुल बहा, रोड बंद
श्योपुर जिले में बीते दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। सीप, पार्वती और चंबल नदियों के जलस्तर में अचानक भारी बढ़ोतरी के कारण कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गांवों की गलियों से लेकर खेतों तक सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है।
पार्वती नदी का जलस्तर इतना बढ़ चुका है कि नदी ने पुल को पार कर लिया, जिससे रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है। श्योपुर-सवाईमाधोपुर रोड पर जेतपुर बोदल के बीच स्थित पुलिया भी टूट चुकी है। जिससे राजस्थान के सवाईमाधोपुर, कोटा और बारां जैसे प्रमुख शहरों का श्योपुर से संपर्क पूरी तरह टूट गया है।
खेत में एक-दूजे से लिपटे मिले पिता-पुत्र के शव
श्योपुर जिले के ग्राम आमलदा में बाढ़ का एक हृदयविदारक दृश्य सामने आया। पार्वती नदी के तेज बहाव में बहे पिता-पुत्र के शव गुरुवार को खेत में एक-दूसरे से लिपटे हुए मिले। जानकारी के अनुसार, राजू यादव अपने 18 साल के बेटे शिवम यादव के साथ खेत में पाइप और अन्य सामान निकालने गए थे। देर शाम तक दोनों घर नहीं लौटे तो परिजन को लगा कि वे खेत में ही रुक गए होंगे। लेकिन जब रातभर कोई खबर नहीं मिली, तो बुधवार को तलाश शुरू हुई, पर कोई सुराग नहीं मिला।
गुरुवार को जब पार्वती नदी का जलस्तर कम हुआ, तब खेत में दोनों के शव एक-दूसरे से चिपके हुए हालत में मिले। माना जा रहा है कि तेज पानी के बहाव में फंसने के बाद पिता ने बेटे को बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन अंततः दोनों बाढ़ की चपेट में आ गए।
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