हाइलाइट्स
- लखनऊ कोर्ट में पेश हुआ धर्मांतरण केस का सरगना
- ईडी को छांगुर की 5 दिन की कस्टडी रिमांड मिली
- विदेशी फंडिंग और नेटवर्क को लेकर पूछताछ जारी
रिपोर्ट – आलोक राय
Chhangur Baba Arrested lucknow Court: अवैध धर्मांतरण केस में बड़ा अपडेट सामने आया है। इस बहुचर्चित मामले के मुख्य आरोपी और सरगना छांगुर उर्फ जलालुद्दीन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को भारी सुरक्षा के बीच लखनऊ की स्पेशल ईडी कोर्ट में पेश किया।
ईडी ने कोर्ट में 14 दिन की कस्टडी रिमांड की अर्जी दाखिल की थी, जिसके जवाब में कोर्ट ने फिलहाल 5 दिन की कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली है। अब छांगुर से अवैध विदेशी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और धर्मांतरण नेटवर्क से जुड़े गंभीर सवालों पर पूछताछ की जाएगी।
अवैध फंडिंग और नेटवर्क की जांच में जुटी ईडी
ईडी ने कोर्ट में कहा कि छांगुर के खिलाफ ऐसे पुख्ता सबूत हैं जो यह दर्शाते हैं कि उसने विदेशी फंडिंग के ज़रिए बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया। एजेंसी अब यह पता लगाने में जुटी है कि छांगुर को यह फंडिंग कहां से और किस माध्यम से मिली, किन एनजीओ, संस्थाओं या लोगों से उसका संपर्क था और इन पैसों का इस्तेमाल किन गतिविधियों में किया गया।
छांगुर की पेशी के दौरान कड़ी सुरक्षा
सोमवार दोपहर करीब 2:30 बजे छांगुर को कोर्ट लाया गया, जहां ईडी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। कोर्ट में पेशी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त रही। छांगुर के साथ जुड़े नेटवर्क और गतिविधियों की परतें उधेड़ने के लिए अब एजेंसी अगले 5 दिन तक गहन पूछताछ करेगी।
विदेशी फंडिंग से खड़ा किया साम्राज्य
छांगुर बाबा और उसके नेटवर्क ने जबरन धर्म परिवर्तन के नाम पर विदेशों से आए पैसे से करीब 100 करोड़ रुपये का नेटवर्क खड़ा कर लिया। यह रकम विभिन्न संपत्तियों में निवेश की गई, जिससे उसकी अकूत संपत्ति तैयार हो गई।
संपत्ति विस्तार का नक्शा
छांगुर बाबा की संपत्तियां उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक फैली हुई हैं। ईडी के अनुसार, अब तक 75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने की तैयारी की जा रही है।
संपत्ति विवरण (2020-2023 के बीच)
स्थान | संपत्ति | वर्ष | कीमत |
---|---|---|---|
उतरौला | 3 बीघा जमीन | 2021 | 65 लाख रुपये |
अज्ञात | 5 बीघा जमीन | 2020 | 1.25 करोड़ रुपये |
बलरामपुर | 3 बीघा जमीन | 2021 | 42 लाख रुपये |
यूपी के विभिन्न शहर | 5 मकान | – | 20,000 वर्ग फीट |
यूपी | 2 कमर्शियल प्लॉट | – | 46,000 वर्ग फीट |
लोनावला, महाराष्ट्र | लक्जरी प्रॉपर्टी | 2023 | 16 करोड़ रुपये |
नीतू और नवीन के नाम पर प्रॉपर्टी
ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि छांगुर बाबा की अधिकांश संपत्तियां उसके करीबी सहयोगियों नीतू और नवीन के नाम पर खरीदी गई हैं। इनकी अनुमानित कीमत 75 से 80 करोड़ रुपये है।
विदेशी नेटवर्क की जांच में तेजी
ईडी को पता चला है कि वर्ष 2019 से 2023 के बीच छांगुर बाबा को विदेशों से लगभग 15 करोड़ रुपये और भारत से करीब 50 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली। ये पैसे एसबीआई के दो खातों में जमा किए गए।
फंडिंग का विवरण
स्रोत | राशि | अवधि |
विदेशी फंडिंग | 15 करोड़ रुपये | 2019-2023 |
घरेलू फंडिंग | 50 करोड़ रुपये | 2019-2023 |
कुल | 65 करोड़ रुपये | – |
ईडी को अनुमान है कि यह राशि बढ़कर 120 करोड़ रुपये तक जा सकती है, जब तक सारे बैंक डिटेल्स सामने न आ जाएं।
धर्मांतरण की तकनीक
लोगों को झांसे में फंसाने के लिए धर्मांतरण के बाद तरक्की, जन्नत और नौकरी की बरकत जैसे वादे किए जाते थे। उदाहरण के तौर पर कुछ लोगों की कहानियां गढ़ी जाती थीं कि उन्होंने धर्म बदलकर बड़ी तरक्की की है।
दर्ज मामले और कानून का शिकंजा
छांगुर बाबा के खिलाफ जबरन धर्म परिवर्तन कराने के कई मुकदमे दर्ज हुए हैं। यूपी एसटीएफ और ईडी दोनों उसकी संपत्तियों और नेटवर्क की जांच में जुटी हैं।
संदिग्ध बैंक अकाउंट्स की जांच
ईडी को छांगुर बाबा के ऐसे बैंक खातों का भी पता चला है जो विदेशी बैंकरों द्वारा भारत में खोले गए थे। इन खातों की जांच के लिए संबंधित बैंकों को नोटिस भेजे गए हैं।
आगे की कार्रवाई और संभावित खुलासे
ईडी का मानना है कि जांच अभी अधूरी है और आने वाले समय में विदेशी फंडिंग से जुड़ी और जानकारी मिल सकती है। इस केस का दायरा धर्मांतरण से आगे जाकर आतंकी फंडिंग तक जा सकता है।
धर्मांतरण से खड़ा किया धनकुबेर साम्राज्य
ईडी की जांच से यह स्पष्ट हो रहा है कि छांगुर बाबा ने धर्म परिवर्तन को एक उद्योग की तरह इस्तेमाल किया। धर्मांतरण से जुड़े हर पहलू की परतें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं और कानून का शिकंजा कसता जा रहा है।
FAQ – छांगुर बाबा धर्मांतरण केस
1. छांगुर बाबा कौन है और उस पर क्या आरोप हैं?
छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन अवैध धर्मांतरण रैकेट का मुख्य सरगना है। उस पर आरोप है कि उसने विदेशी फंडिंग के ज़रिए बड़े पैमाने पर जबरन धर्म परिवर्तन कराया और इस फंडिंग का इस्तेमाल अकूत संपत्ति खड़ी करने में किया।
2. छांगुर बाबा को कितनी विदेशी फंडिंग मिली और उसका क्या उपयोग हुआ?
ईडी की जांच के अनुसार, 2019 से 2023 के बीच उसे विदेशों से लगभग 15 करोड़ रुपये और भारत से 50 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली। इन पैसों से उसने उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में ज़मीन, मकान और कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदी।
3. ईडी की अब तक की जांच में क्या प्रमुख खुलासे हुए हैं?
ईडी ने पाया है कि छांगुर की अधिकांश संपत्ति उसके सहयोगियों नीतू और नवीन के नाम पर है। उसे 75 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त करने की तैयारी है। साथ ही, उसे शक है कि यह केस सिर्फ धर्मांतरण ही नहीं बल्कि संभावित आतंकी फंडिंग से भी जुड़ा हो सकता है।
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