हाइलाइट्स
- बिजनौर में विधवा महिला से जबरन धर्मांतरण का आरोप
- नौकरी के बहाने युवती का निकाह, किडनी बेचने की कोशिश
- पहचान छिपाकर शादी, धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़
रिपोर्ट – प्रदीप कौशिक
Bijnor Religious Conversion: बिजनौर जनपद में धर्मांतरण (Dharmantaran) से जुड़ी दो हैरान कर देने वाली घटनाओं ने जिले में सनसनी फैला दी है। दोनों ही मामलों में महिलाओं को निशाना बनाकर न केवल जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया, बल्कि उनके साथ धोखाधड़ी, नजरबंदी, निकाह, और यहां तक कि किडनी बेचने की साजिश भी रची गई। इन घटनाओं ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया है और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पहला मामला:
बिजनौर शहर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता राधा (बदला हुआ नाम) ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि एक व्यक्ति रवि, जो पहचान छिपाकर नसीमुद्दीन बन गया था, ने उसे शादी का झांसा देकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया। महिला के मुताबिक, आरोपी ने करीब 8 लाख रुपये के गहने और नगदी धोखे से ले लिए और उसके बच्चों के नाम भी बदलकर आधार कार्ड में मुस्लिम पहचान बना दी।
बच्चों का जबरन धर्म परिवर्तन
इतना ही नहीं, एक बेटे की जबरन मुस्लिम रीति से शादी कर दी गई और बाकी बच्चों की शादी भी मुस्लिम समाज में कराने की तैयारी चल रही थी। महिला ने आरोप लगाया कि उसे घर में कैद कर मारपीट और धमकाया गया। पुलिस को मिली शिकायत में यह भी सामने आया कि कोरे कागज़ों पर अंगूठे लगवाए गए और फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए।
भाग कर बचाई जान
आख़िरकार, 17 जुलाई को आरोपी की एक चूक के कारण महिला अपने बच्चों के साथ भागकर कोतवाली पहुंची। पुलिस ने धर्म स्वतंत्रता अधिनियम और IPC की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर नसीमुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है।
दूसरा मामला:
दूसरी सनसनीखेज घटना शहर कोतवाली के ही क्षेत्र से सामने आई है, जिसमें एक युवती ने आरोप लगाया कि तिसोतरा निवासी तारिक ने उसे नौकरी के बहाने जाल में फंसाया। पीड़िता का कहना है कि तारिक ने उसे नशे की लत डाल दी, झांसा देकर निकाह किया, और फिर दिल्ली और ऋषिकेश ले जाकर उसकी किडनी बेचने की कोशिश की।
निकाह और किडनी बेचने की कोशिश
निकाह के दौरान एक मौलाना और दो गवाह भी मौजूद थे। युवती ने दावा किया कि उसे लगातार नशा देकर बेहोश किया जाता था और जब उसे शक हुआ, तो किसी तरह वहां से भागकर बिजनौर कोतवाली पहुंची और पुलिस से मदद मांगी।
अब तक ये हुए गिरफ्तार
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तारिक पुत्र कमरुद्दीन, नदीम पुत्र रफीक, नशरीन पत्नी तारिक, अयान पुत्र आजम और अमन पुत्र अब्दुल वहाब को गिरफ्तार कर लिया है। निकाह कराने वाले मौलाना और गवाहों की तलाश भी पुलिस कर रही है।
एसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने कहा कि “महिला के बयान गंभीर हैं। सभी आरोपों की गहराई से जांच की जा रही है। आरोपियों को जल्द जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।”
धर्मांतरण के बढ़ते मामले: प्रशासन पर सवाल
बिजनौर में एक ही सप्ताह में सामने आए इन दो बड़े धर्मांतरण मामलों ने स्थानीय प्रशासन को कटघरे में ला खड़ा किया है। विधवा और बेरोजगार महिलाओं को टारगेट कर, फर्जी पहचान, धोखाधड़ी, धर्म परिवर्तन और मानव तस्करी जैसे मामलों में लिप्त गैंग का नेटवर्क सामने आने लगा है।
इन दोनों मामलों ने यह भी उजागर किया है कि कैसे सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग को झांसे में लेकर जबरन धर्मांतरण की साजिशें रची जा रही हैं, जिनमें नकली निकाह, पहचान छिपाना, फर्जी दस्तावेज बनवाना, और यहां तक कि किडनी बेचना तक शामिल है।
सख्त कार्रवाई और निगरानी जरूरी
इन घटनाओं के बाद अब मांग तेज हो रही है कि धर्मांतरण विरोधी कानून को और सख्ती से लागू किया जाए और इस तरह के गैंग पर शिकंजा कसा जाए। सोशल मीडिया पर भी #BijnorDharmantaran और #JusticeForVictims ट्रेंड करने लगा है।
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