हाइलाइट्स
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आगनवाड़ी सहायिकाओं की भर्ती में दलाली की आशंका
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मंत्री नागर सिंह ने जताई चिंता, महिलाओं को किया सतर्क
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महिला-बाल विकास विभाग की कार्यशैली पर सवाल
MP Anganwadi Bharti: मध्यप्रदेश के जनजातीय बहुल अलीराजपुर जिले में आंगनवाड़ी सहायिकाओं और कार्यकर्ताओं की भर्तियों को लेकर बिचौलिए और दलाल एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं।
इसकी जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान भी चिंतत हैं। उन्होंने खुले मंच से उम्मीदवार महिलाओं को सतर्क रहने की सलाह दी है। इस दौरान मंत्री नागर सिंह ने सिस्टम और महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं।
आंगनवाड़ी भर्तियों को लेकर मंत्री नागर सिंह चौहान ने बहनों को किया दलालों से सावधान, बोले- झांसे में न आएं बहनें#NagarsinghChouhan #MPNews #anganwadi #anganwadibharti @nagarsingh191 pic.twitter.com/NtsCBSW6Uj
— Bansal News Digital (@BansalNews_) July 26, 2025
जानकारी के मुताबिक, सहायिकाओं को आंगनवाड़ी की मुख्य कार्यकर्ता बनाए जाने के बाद पूरे मध्य प्रदेश में सहायिका के रिक्त पदों पर नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। मंत्री की चिंता इसलिए भी ज्यादा है, क्योंकि साक्षरता के मामले में सबसे पिछड़े जनजातीय बहुल अलीराजपुर जिले के लोग काफी सरल और भोले हैं।
मंत्री नागर सिंह ने जारी किया वीडियो मैसेज
जानकार बताते हैं, शातिर लोग सरल स्वभाव का फायदा उठाकर इन्हें आर्थिक क्षति पहुंचा देते हैं। इसलिए जब मंत्री नागर सिंह चौहान को जिले में आंगनवाड़ी सहायिका भर्ती को लेकर दलालों की एक्टिविटी की शिकायतें मिली तो उन्होंने तत्काल एक वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर वायरल किया।
‘बहन-बेटियां बिचौलियों के चक्कर में न आएं’
मंत्री नागर सिंह ने वीडियो में साफ कहा कि कोई भी ग्रामीण महिला, विशेष रूप से जो बहनें और बेटियां सहायिका पद के लिए आवेदन कर रही हैं, वे किसी भी दलाल या बिचौलिए के चक्कर में न आएं। उन्होंने यह भी कहा कि भर्ती केवल मेरिट और प्रतिशत के आधार पर होगी, न कि पैसे या सिफारिश से।
विभाग के अफसरों पर मिलीभगत की आशंका
मंत्री नागर सिंह ने आंगनवाड़ी सहायिकाओं की भर्ती में विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका जताई है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति दलाल करते पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। मंत्री के इस बयान के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग सीधे कटघरे में है, खासकर तब जब अनूपपुर जिले के पेटलावद विधानसभा क्षेत्र की विधायक निर्मला भूरिया खुद इसी विभाग की कैबिनेट मंत्री हैं।
इधर, मंत्री नागर सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( Dr. Mohan Yadav) की भी यही मंशा है कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हो, ताकि किसी भी तरह की धांधली की कोई गुंजाइश न बचे।
अब महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी है कि वह दलालों और संदिग्ध अफसरों के नेटवर्क को तोड़े और पीड़ित ग्रामीण जनता को उचित सहयोग दे।
महिला बाल विकास विभाग ने साधी चुप्पी
मंत्री नागर सिंह चौहान के बयान के बाद अब तक न तो महिला बाल विकास विभाग और न ही विभागीय मंत्री निर्मला भूरिया की ओर से कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। इधर, बीजेपी के मंत्री द्वारा सहायिकाओं की भर्ती में दलाली की आशंका के बाद कांग्रेस भी हमलावर मूड में नजर आ रही है। विधानसभा के मानसून सत्र के नजदीक आने से यूं ही प्रदेश में सियासत गर्माई हुई है, वहीं सहायिकाओं की भर्ती में दलालों की सक्रियता के मामले ने और तड़का लगा दिया है
19,504 पदों पर होना है भर्ती
मध्यप्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग ने कुल 19,504 पदों पर भर्ती निकाली थी। इसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के 2027 पद और आंगनवाड़ी सहायिकाओं के 17 हजार 477 पद शामिल थे। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 20 जून 2025 से शुरू होकर 4 जुलाई 2025 तक चली। आवेदन की आखिरी तारीख 4 जुलाई थी।
ऐसे होगा सिलेक्शन
प्रदेशभर से इस भर्ती के लिए करीब 2 लाख 75 हजार से ज्यादा उम्मीदवारों ने अप्लाई किया है। 12वीं के अंकों के आधार पर एरिया वाइज मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। इसके बाद डॉक्यूमेंटेशन और मेडिकल वेरिफिकेशन के बाद सिलेक्शन होगा।
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