Surya Pushya Nakshtra Parivartan Grah Gochar July 2025: जुलाई में ग्रह गोचर में बड़ा फेरबदल हुआ है। 20 जुलाई को सूर्य आद्रा नक्षत्र में पुष्य नक्षत्र में प्रवेश कर गए हैं। ज्योतिष में बारिश की गणना के लिए सूर्य की स्थिति देखी जाती है। ऐसे में पुष्य नक्षत्र में सूर्य का गोचर 15 दिन के ब्रेक के बाद एक बार फिर अच्छी बारिश के योग बना रहा है।
इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र में प्रवेश करेंगे सूर्य
हिन्दू पंचांग के अनुसार सूर्य ने आद्रा के बाद 6 जुलाई को पुनर्वसु नक्षत्र में प्रवेश किया था। 15 दिन तक इसी नक्षत्र में रहने के बाद इन्होंने बारिश के योग बनाए थे।
ये होते हैं बारिश के नक्षत्र (Barish ke Nakshatra)

आद्रा नक्षत्र
22 जून से 6 जुलाई तक – स्त्री-पुरुष योग
पुनर्वसु नक्षत्र
6 जुलाई से 20 जुलाई तक — स्त्री-नपुंसक योग
पुष्य नक्षत्र
20 जुलाई से 5 अगस्त – स्त्री-पुरुष योग
अश्लेषा नक्षत्र
मघा नक्षत्र
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र
उत्तरा नक्षत्र
इस बार के राजा सूर्य बनाएंगे अच्छी बारिश के योग
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार इस बार के राजा और मंत्री दोनों ही सूर्य हैं। जो इस बार अच्छी बारिश के योग बना रहे हैं।
कौन से हैं जल चर नक्षत्र (Jalchar Nakshtra)
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार ज्योतिष में बारिश के कुछ नक्षत्र होते हैं। पुनर्वसु, अश्लेषा और पुष्य नक्षत्र इन जलचर नक्षत्रों में शामिल हैं। यानि इन नक्षत्रों में बारिश (Surya Pushya Nakshatra) अच्छी मानी जाती है। लेकिन जब इन नक्षत्रों में स्त्री-स्त्री योग बनता है तो खंड बारिश होती है।
सवाल: ज्योतिष में बारिश की विदाई कब मानी जाती है
जवाब: ज्योतिष के अनुसार हस्त नक्षत्र में जब सूर्य आते हैं तो इस दौरान सूर्य के आने पर बारिश की विदाई हो जाती है।
सवाल: आद्रा नक्षत्र में ही सबसे अच्छी बारिश क्यों
जवाब: ज्योतिषाचार्य के अनुसार आद्रा का मतलब खाद्रा नक्षत्र माना जाता है। इस नक्षत्र में सर्वत्र बारिश मानी जाती है। यानी इस आद्रा नक्षत्र के 15 दिनों में यदि अच्छी बारिश हो तो ये अच्छी मानी जाती है।
सवाल: मध्यप्रदेश में इस बार कैसी होगी बारिश
जवाब: ज्योतिष शास्त्र के आधार पर इस साल मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश Madhya pradesh ki Barish) के योग हैं।
मध्यप्रदेश की राशि सिंह (Singh Rashi) है और सिंह सूर्य (Sun) की स्व राशि है। यानी सूर्य अपनी राशि में होते हैं तो अच्छी बारिश होती है। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश के योग बनते हैं।
इसलिए ज्योतिष के आधार पर इस बार एमपी में मानसून मेहरबान रहेगा। हालांकि आंधी तूफान का असर यहां भी देखने को मिलेगा।
सवाल: 5 अगस्त को सूर्य का गोचर किस नक्षत्र में होगा
जवाब: ज्योतिषीय गणना के अनुसार 5 अगस्त को सूर्य का गोचर पुष्य से अश्लेषा नक्षत्र में होगा। इस दौरान एक बार फिर मौसम में थोड़ा परिवर्तन आएगा। इस नक्षत्र में सूर्य 15 दिन रहेंगे। इसके बाद मघा नक्षत्र में इनका गोचर होगा।
पुष्य नक्षत्र में बना स्त्री पुरुष (Pushya Nakshtra me Surya Gochar)

ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार 20 जुलाई को पुष्य नक्षत्र में सूर्य गोचर से स्त्री पुरुष योग बन गया है। जब भी स्त्री पुरुष योग बनता है तो अच्छी बारिश के योग बनते हैं। सूर्य 5 अगस्त तक पुष्य नक्षत्र में ही रहेंगे इससे जमकर बारिश होगी। पुष्य जलचर नक्षत्र है जो बारिश कराता है।
नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।