हाइलाइट्स
- तापमान में वृद्धि और वर्तमान स्थिति
- अगले सप्ताह से फिर पकड़ेगा जोर
- अब बूंदाबांदी और तेज धूप के बाद उमस लोगों को परेशान
UP Weather News: उत्तर प्रदेश में इन दिनों मौसम के कई रंग देखने को मिल रहे हैं। जहाँ एक ओर मानसून ने समय पर दस्तक दी और जुलाई के पहले सप्ताह में झमाझम बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने, वहीं पिछले चार-पांच दिनों से मानसून कमजोर पड़ गया है। अब बूंदाबांदी और तेज धूप के बाद उमस लोगों को परेशान कर रही है।
तापमान में वृद्धि और वर्तमान स्थिति
मानसून के कमजोर पड़ने के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में तीन-चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है। शनिवार को भी बादलों की आवाजाही के बीच धूप खिली रही, जिससे गर्मी और उमस का अहसास हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को बारिश के आसार कम हैं, हालांकि पश्चिमी यूपी के कुछ जिलों में गरज के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि अगले दो दिनों में मौसम में बदलाव की संभावनाएं हैं। 20 से 25 जिलों में बरसात का दौर फिर से शुरू हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि दो दिन बाद लखनऊ के आसपास और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छी बारिश शुरू होने की उम्मीद है।
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2025 के मॉनसून में अब तक की अनुमानित वर्षा (जुलाई मध्य तक)
जिला | अनुमानित वर्षा (इंच में) | स्थिति / टिप्पणियाँ |
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लखनऊ | 12.4 | अगले सप्ताह से भारी वर्षा की संभावना |
बाराबंकी | 11.8 | सुबह बादल, शाम को बूंदाबांदी संभव |
बहराइच | 14.2 | बादल छाए रहेंगे, बारिश के अच्छे आसार |
गोरखपुर | 10.5 | छिटपुट बारिश, अगले सप्ताह से तेज़ बारिश संभव |
देवरिया | 9.8 | हल्की बारिश की संभावना |
बस्ती | 10.2 | आंशिक बादल और हल्की वर्षा |
आगरा | 8.7 | गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें |
कानपुर | 11.0 | पिछले सप्ताह बारिश, अभी गर्मी व उमस |
प्रयागराज | 9.5 | मानसून की धीमी सक्रियता |
वाराणसी | 10.1 | मानसून सक्रिय होने की तैयारी में |
अगले सप्ताह से फिर पकड़ेगा जोर
मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान है कि अगले सप्ताह से मानसून एक बार फिर जोर पकड़ेगा और प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में जमकर बादल बरसेंगे। हालांकि, इससे पहले दो दिन तक गर्मी और उमस लोगों को परेशान करती रहेगी। राजधानी लखनऊ सहित कई इलाकों में गरज-चमक के साथ वज्रपात (बिजली गिरने) की भी चेतावनी जारी की गई है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
विभिन्न जिलों का मौसम अपडेट
2025 के मानसून में उत्तर प्रदेश के जिलों की वर्षा (सबसे अधिक से कम तक)
रैंक | जिला | अनुमानित वर्षा (इंच में) | टिप्पणियाँ |
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1 | बहराइच | 14.2 | सबसे अधिक वर्षा वाला जिला, सक्रिय मानसून |
2 | लखनऊ | 12.4 | अच्छी वर्षा, अगले सप्ताह और तेज़ हो सकती है |
3 | बाराबंकी | 11.8 | बादल और शाम को हल्की बूंदाबांदी |
4 | कानपुर | 11.0 | औसत से ऊपर वर्षा, अब थोड़ी गर्मी |
5 | बस्ती | 10.2 | छिटपुट वर्षा जारी |
6 | वाराणसी | 10.1 | मानसून की धीरे-धीरे सक्रियता |
7 | गोरखपुर | 10.5 | कुछ स्थानों पर वर्षा, अगले सप्ताह बढ़ेगी |
8 | देवरिया | 9.8 | हल्की वर्षा |
9 | प्रयागराज | 9.5 | मानसून अभी कमजोर |
10 | आगरा | 8.7 | गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें |
मॉनसून की रफ्तार धीमी क्यों पड़ी?
मानसून की मुख्य ट्रफ लाइन जो उत्तर भारत में अच्छी बारिश लाती है, वह पिछले कुछ दिनों से उत्तर दिशा की ओर शिफ्ट हो गई है। इससे यूपी के अधिकांश हिस्सों में वर्षा रुक-सी गई है।मानसून की वर्षा का बड़ा स्रोत बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमीयुक्त हवाएं होती हैं। अभी इन हवाओं की गति और नमी दोनों कम हो गई हैं, जिससे मानसूनी बादल कमजोर हो गए।
प्रदेश में कोई सक्रिय ‘लो प्रेशर सिस्टम’ या ‘डिप्रेशन’ नहीं बना है, जिससे भारी बारिश की स्थितियाँ नहीं बन रही हैं। बादल छंटने और तेज़ धूप के कारण जमीन की ऊपरी परत गर्म हो रही है, जिससे उमस तो बनी हुई है लेकिन वर्षा के लिए जरूरी आर्द्रता ऊपर नहीं पहुंच पा रही।
अच्छी बारिश कब तक होगी?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2-3 दिनों में (22 से 24 जुलाई) से एक बार फिर मॉनसूनी गतिविधियाँ तेज होंगी। 20 से 25 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश शुरू होने की संभावना है।लखनऊ, पूर्वांचल (गोरखपुर, बस्ती, बनारस क्षेत्र) में 25 जुलाई के आसपास अच्छी बारिश की उम्मीद जताई गई है। पश्चिमी यूपी (मेरठ, आगरा आदि) में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
यूपी में मॉनसून संबंधित मौतों की स्थिति (जुलाई मध्य तक)
जिला | मौतों की संख्या | मुख्य कारण |
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Chitrakoot | 6 | बार-बार डूबने की घटनाओं से |
Mahoba | 3 | डूबना और मकान के ढहने से |
Banda | 3 | बारिश के कारण |
Moradabad | 3 | डूबना |
Ghazipur | 1 | डूबना |
Lalitpur | 1 | बारिश के कारण |
Gonda | 1 | सांप के काटने से |
Prayagraj | 1 | सांप के काटने से |
प्रदेश में 300+ से अधिक गांव की संख्या है जो बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके साथ ही 50 से 100 ऐसी है जो इस मॉनसून में बह गए थे।
श्रेणी | संख्या (अनुमानित) | विवरण / संदर्भ |
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बाढ़ से प्रभावित गांव | 300+ | प्रदेश में 300+ से अधिक गांव की संख्या है जो बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके साथ ही 50 से 100 ऐसी है जो इस मॉनसून में बह गए थे। |
प्लान्ड (बहाने वाले) गांव | ~50–100 | प्रभावित गांवों में से लगभग 15–30% (यानी करीब 50 से 100 गांव) ऐसे हैं जो पानी की तेज़ धाराओं या नदी‑बाढ़ की वजह से बह गए। यह अनुमान पिछले दिनों की घटनाओं और देशभर के बाढ़-ट्रेंड के आधार पर है। |
Prayagraj Gangster Case: इलाहाबाद हाईकोर्ट- गैंग चार्ट में शामिल मुकदमों में बरी तो रद्द होगी गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही
Allahabad High Court on Prayagraj Gangster Case: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट से जुड़े मामलों में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा है कि यदि आरोपी को गैंग चार्ट में शामिल आधार मुकदमों में बरी कर दिया गया हो, या फिर वे मामले रद्द कर दिए गए हों, तो गैंगस्टर एक्ट के तहत चल रही संपूर्ण कार्यवाही को भी रद्द किया जा सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें