CG News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का रायगढ़ (Raigarh) जिला एक बार फिर शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी साबित हुआ है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा आयोजित परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2025 (Parakh National Survey 2025) में रायगढ़ के छात्रों ने कक्षा तीसरी (Class 3rd), छठवीं (Class 6th) और नवमीं (Class 9th) में हर विषय में शानदार प्रदर्शन कर राष्ट्रीय औसत को पीछे छोड़ा है।
दिसंबर 2024 में हुए सर्वे में 91 स्कूलों ने लिया हिस्सा
यह सर्वेक्षण दिसंबर 2024 में हुआ था, जिसमें जिले के 91 स्कूलों के 325 शिक्षक (Teachers) और 2728 विद्यार्थी (Students) शामिल हुए थे। छात्रों ने भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों में बेहतर अंक हासिल कर जिले को ‘उदित’ श्रेणी में शामिल करा दिया।
तीसरी से नवमीं तक हर कक्षा में राष्ट्रीय औसत से आगे
कक्षा तीसरी के नतीजों की बात करें तो भाषा विषय में रायगढ़ का औसत 70 प्रतिशत रहा, जबकि राष्ट्रीय औसत केवल 64 प्रतिशत और राज्य औसत 59 प्रतिशत था। गणित में भी छात्रों ने 68 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राष्ट्रीय औसत (60 प्रतिशत) और राज्य औसत (57 प्रतिशत) को पछाड़ दिया।
छठवीं कक्षा में भाषा में 64 प्रतिशत, गणित में 56 प्रतिशत और ‘आस-पास की दुनिया’ विषय में 59 प्रतिशत अंक लाकर छात्रों ने राज्य का नाम रोशन किया। वहीं नवमीं कक्षा में भाषा में 60 प्रतिशत, गणित में 39 प्रतिशत, विज्ञान में 43 प्रतिशत और सामाजिक विज्ञान में भी 43 प्रतिशत अंक के साथ रायगढ़ ने शानदार प्रदर्शन किया।
कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत के नेतृत्व में मिली सफलता
इस सफलता के पीछे रायगढ़ कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी (Mayank Chaturvedi) और सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव (Jitendra Yadav) का मार्गदर्शन रहा। इन दोनों अधिकारियों ने शिक्षक और छात्रों को लगातार प्रोत्साहित किया और तैयारी को व्यवस्थित रखा।
ग्रामीण इलाकों और बालिकाओं का बेहतर प्रदर्शन
इस सर्वेक्षण से यह भी स्पष्ट हुआ कि रायगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों (Rural Areas) के छात्रों ने शहरी क्षेत्रों से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, छात्राओं (Girls) का प्रदर्शन भी छात्रों से बेहतर रहा। यह शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव का संकेत देता है।
अन्य जिले भी हुए सम्मानित
रायगढ़ के साथ बालोद (Balod), बलरामपुर (Balrampur), बीजापुर (Bijapur), जशपुर (Jashpur), कोरिया (Korea), सूरजपुर (Surajpur) और सरगुजा (Sarguja) जैसे जिले भी ‘उदित’ श्रेणी में शामिल हुए हैं। छठवीं कक्षा में बलरामपुर, बस्तर (Bastar), बीजापुर और सरगुजा को भी यह सम्मान मिला। नवमीं में बस्तर, बीजापुर, बिलासपुर (Bilaspur), धमतरी (Dhamtari) और दुर्ग (Durg) जिलों ने भी स्थान बनाया।
शिक्षा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ का बढ़ता कदम
परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2025 ने यह साबित किया है कि सही रणनीति, शिक्षकों का समर्पण और बच्चों की मेहनत से छत्तीसगढ़ शिक्षा के हर मानक पर लगातार आगे बढ़ रहा है। उम्मीद है कि यह सिलसिला ऐसे ही जारी रहेगा और राज्य के अन्य जिले भी इसी तरह बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे।