हाइलाइट्स
- कूनो नेशनल पार्क से फिर सामने आई दुखद खबर।
- 8 साल मादा चीता नाभा की इलाज के दौरान मौत।
- बाड़े में गंभीर रूप से घायल हालत मिली थी नाभा।
Kuno National Park female cheetah Naabha Death: मध्य प्रदेश में चीता प्रोजेक्ट को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाई गई आठ साल की मादा चीता नाभा की मौत हो गई। नाभा बाड़े में गंभीर रूप से घायल हालत मिली थी, एक सप्ताह बाद इलाज के बाद मादा चीता ने दम तोड़ दिया। यह घटना पार्क के संरक्षण प्रयासों के लिए चिंता का विषय बन गई है।
कूनो में घायल मिली थी मादा चीता नाभा
कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन के अनुसार, मादा चीता नाभा शुक्रवार 11 जुलाई को पार्क के एक कोने में गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली थी। उसकी हालत देखकर तुरंत हरकत में आए वन कर्मचारियों ने उसे सुरक्षित स्थान पर अलग बाड़े (सॉफ्ट बोमा) में शिफ्ट किया। इसके बाद मेडिकल टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया गया।
एक हफ्ते से चल रहा था इलाज
पार्क की मेडिकल टीम ने एक हफ्ते तक लगातार नाभा का इलाज किया। वह कई गंभीर चोटों से जूझ रही थी। खासतौर पर उसके दोनों बाएं पैर एक आगे का और एक पीछे का फ्रैक्चर हो चुके थे। इलाज के दौरान कई प्रयास किए गए, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हो सका। शनिवार 12 जुलाई की सुबह मादा चीता नाभा ने दम तोड़ दिया।
कैसे घायल हुई नाभा?
वन विभाग के मुताबिक, नाभा के शरीर पर कई गहरे घाव और खरोंच के निशान थे। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि या तो वह किसी अन्य चीते के साथ झड़प में घायल हुई, या फिर किसी शिकार के प्रयास के दौरान उसे यह चोटें लगीं।
चीता नाभा की मौत के सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल, पार्क प्रबंधन ने यह साफ किया है कि यह असामान्य और चिंताजनक घटना है, जिससे प्रोजेक्ट चीता को फिर से झटका लगा है।
कूनो पार्क में अब 26 चीते
कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता नाभा के मौत के बाद चीते की संख्या घटकर 26 रह गई है। इनमें 9 वयस्क चीते (6 मादा, 3 नर) और 17 भारत में जन्मे शावक शामिल हैं। वन विभाग के मुताबिक सभी चीते स्वस्थ हैं और पार्क के माहौल में पूरी तरह अनुकूलित हो गए हैं। सभी अच्छे से विचरण कर रहे हैं। इसके अलावा, गांधीसागर अभ्यारण में दो नर चीते शिफ्ट हुए हैं। कूनो में 26 में से 16 चीते खुले जंगल में विचरण कर रहे हैं।