हाइलाइट्स
- देवघर बाबा बैद्यनाथ मंदिर में बदले नियम
- केवल अरघ सिस्टम होगा लागू
- मंदिर के पट और दर्शन समय को लेकर प्रस्ताव
Shravani Mela 2025: देवघर श्रावणी मेला 2025 (Shravani Mela 2025) की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है और इस बार बाबा बैद्यनाथ मंदिर (Baba Baidyanath Temple, Deoghar) में श्रद्धालुओं के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। अब (Top Darshan) (शीर्षदर्शनम) की सुविधा केवल हफ्ते में पांच दिन ही मिलेगी। रविवार और सोमवार को (Top Darshan Coupon) के जरिए होने वाली विशेष दर्शन सुविधा बंद रहेगी ताकि आम श्रद्धालु आसानी से भगवान शिव के दर्शन और जलाभिषेक कर सकें।
बैठक में निर्णय लिया गया कि (Top Darshan Coupon) की सुविधा अब सप्ताह के केवल पांच दिन मिलेगी। पहले जहां तीन हजार श्रद्धालु इस विशेष सुविधा का लाभ उठाते थे, वहीं अब यह संख्या 7000+ प्रतिदिन तक पहुंच गई है।( Deoghar District Administration) और (Panda Dharma Rakshini Sabha) के समन्व से यह निर्णय लिया गया है ताकि (crowd control during Shravani Mela) बेहतर तरीके से किया जा सके।
केवल अरघ सिस्टम होगा लागू
मेले के दौरान श्रद्धालु (Touchless Jalabhishek) करेंगे। इसका मतलब है कि वे अरघ देके (Argha System) के माध्यम से ही ( Lord Shiva Jalabhishek) कर पाएंगे। इससे (safety and smooth darshan) सुनिश्चित किया जाएगा। यह निर्णय लिया गया है ताकि मंदिर परिसर में भीड़ कम हो और (Baidyanath Dham Mandir) की परंपरा बनी रहे।
मंदिर के पट और दर्शन समय को लेकर प्रस्ताव
बैठक में (Baba Mandir Timings) को लेकर भी सुझाव सामने आए। पुरोहित समाज ने प्रस्ताव दिया कि मंदिर के पट रात 9 बजे तक बंद कर दिए जाएं ताकि सुरक्षा व्यवस्था बेहतर हो। वहीं मंदिर प्रशासन ने भी इस सुझाव पर विचार करने की बात कही है। (Shravani Mela Deoghar 2025) को सफल बनाने के लिए (Deoghar Administration) और (Tirth Purohit Samaj) एकजुट होकर काम कर रहे हैं। SDO सह मंदिर प्रभारी रवि कुमार ने कहा कि मेले के दौरान किसी भी (unpleasant incident) को रोकने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
श्रद्धालुओं के लिए जरूरी सूचना
अगर आप (Shravani Mela 2025 Baba Baidyanath Darshan) की योजना बना रहे हैं, तो इन नई व्यवस्थाओं को ध्यान में रखें, रविवार और सोमवार को Top Darshan नहीं होगा, केवल Argha से जल चढ़ाने की अनुमति होगी इसके साथ ही (Touchless Puja) और (Spasht Puja) प्रतिबंधित होगा, साथ ही दर्शन की सुविधा हफ्ते में 5 दिन ही होगी।
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