MP Dewas Schools Recognition Case News: मध्यप्रदेश के देवास से स्कूलों की मान्यता से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। यहां के जिला शिक्षा विभाग ने 87 निजी स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है। यह कार्रवाई उन स्कूलों के खिलाफ की गई, जिन्होंने मान्यता लेने के लिए फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए। साथ की गलत जानकारियां दीं और बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी भी की।
800 स्कूलों ने मान्यता के लिए किया था आवेदन
इस साल जिले के लगभग 800 प्राइवेट स्कूलों ने मान्यता और नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था। जांच के दौरान यह पाया गया कि कई स्कूलों में अयोग्य शिक्षक काम कर रहे थे। भवन मानक के अनुसार नहीं थे और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं थीं। कई स्कूलों ने पुराने फोटो, अधूरी जानकारी और भ्रमित दस्तावेजों के जरिए मान्यता प्राप्त करने की कोशिश की। कलेक्टर ऋतुराज सिंह के निर्देश पर डीपीसी अजय कुमार मिश्र ने जांच करवाई। जांच के बाद दोषी पाए गए 87 स्कूलों की मान्यता तुरंत प्रभाव से रद्द कर दी गई।
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स्कूल चलता मिला तो कानूनी कार्रवाई
शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है कि इन स्कूलों में पढ़ाई कर रहे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसलिए उन्हें नजदीकी सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा। स्कूलों की सूची तैयार कर समायोजन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कुछ स्कूलों ने कलेक्टर के सामने अपील की थी, लेकिन उन अपीलों को भी खारिज कर दिया गया। डीपीसी ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई भी स्कूल मान्यता रद्द होने के बावजूद संचालन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।