CG Mainpat BJP Training Camp Lakda Phool Chatni: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के शिमला कहे जाने वाले मैनपाट (Mainpat) में आज से भारतीय जनता पार्टी का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर (CG BJP Training Camp) शुरू हो गया है। इस शिविर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda), केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत पार्टी के 65 बड़े नेता हिस्सा ले रहे हैं। इस खास आयोजन की सबसे अनोखी बात यह है कि इन दिग्गज नेताओं का स्वागत छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजन ‘लाकड़ा फूल की चटनी’ (Lakda Phool ki Chatni) से किया जाएगा।
क्या होती है लाकड़ा चटनी और क्यों है ये खास?
‘लाकड़ा चटनी’ सरगुजा (Sarguja) क्षेत्र का पारंपरिक भोजन है, जो खासतौर पर आदिवासी समुदायों द्वारा खाया जाता है। लाकड़ा एक प्रकार का लाल फूल होता है, जिसकी पंखुड़ियों से यह चटनी तैयार की जाती है। इसे लहसुन, हरी मिर्च, धनिया और नमक के साथ पीसकर बनाया जाता है। यह चटनी स्वाद में बेहद तीखी, खट्टी और लाजवाब होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसे बासी भात (boiled rice) के साथ बड़े चाव से खाया जाता है।
सरगुजा में यह चटनी आज भी बड़े स्तर पर घरों और होटलों में परोसी जाती है। अब इसका स्वाद बड़े शहरों और युवाओं में भी लोकप्रिय हो चुका है। यही वजह है कि BJP नेताओं के स्वागत में इस पारंपरिक स्वाद को भी शामिल किया गया है।
लोकल मिलेट्स और छत्तीसगढ़ी भोजन का स्वाद भी होगा खास
शिविर (CG BJP Training Camp) में हर दिन स्थानीय भोजन (local food) परोसा जाएगा। सरगुजिया मिलेट्स (Sarguja Millets), बासी, चावल, लकड़ा चटनी, महुआ से बने व्यंजन, और दूसरे देसी पकवान भी मेन्यू में रहेंगे। जिला भाजपा अध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया ने बताया कि नेताओं को यहां के पारंपरिक भोजन से परिचित कराने के साथ ही छत्तीसगढ़ी संस्कृति को भी सामने लाया जाएगा।
योग, संगीत और सत्रों के साथ होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम
हर दिन सुबह योग से शुरू होगा और शाम को छत्तीसगढ़ी गीत-संगीत (Chhattisgarhi cultural program) से शिविर का समापन होगा। इसके अलावा दिनभर पार्टी की विचारधारा, संगठन, नीति और जनसंवाद से जुड़े कुल 12 प्रशिक्षण सत्र होंगे। जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, BL संतोष, विनोद तावड़े और अन्य वरिष्ठ नेता इन सत्रों में मार्गदर्शन देंगे।
मैनपाट क्यों बना भाजपा का आयोजन स्थल?
सरगुजा को BJP ने इस बार आयोजन स्थल इसलिए चुना है क्योंकि पार्टी का फोकस आदिवासी इलाकों (tribal areas) में जनाधार मजबूत करने पर है। इससे पहले बस्तर में भी बड़े आयोजन किए गए थे। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से स्थानीय संस्कृति और परंपराएं राष्ट्रीय पटल पर आती हैं।
विपक्ष ने बताया नौटंकी
जहां एक ओर कांग्रेस ने इस शिविर को ‘नौटंकी’ बताया है, वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि यह आयोजन पार्टी के जनप्रतिनिधियों को ज़मीनी मुद्दों से जोड़ने और संस्कृति को जानने-समझने का जरिया है। साथ ही BJP की “डबल इंजन सरकार” (double engine government) की योजनाओं को भी जनता तक सही ढंग से पहुंचाने का प्रशिक्षण मिलेगा।
‘लाकड़ा चटनी’ से सांस्कृतिक जुड़ाव का संदेश
लाकड़ा चटनी सिर्फ स्वाद नहीं, एक सांस्कृतिक विरासत है। आदिवासी अंचलों में यह पीढ़ियों से पोषित व्यंजन अब प्रदेश और देश के राजनीतिक मंच पर पहुंच रहा है। जब जेपी नड्डा और अमित शाह जैसे शीर्ष नेता इसका स्वाद चखेंगे, तो यह छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खानपान को राष्ट्रीय पहचान भी दिलाएगा।
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