Chaturmas 2025 me Grah Pravesh Shubh ya Ashubh Sawan Niyam Muhurat Astrology Hindi News: 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी के साथ चातुर्मास शुरू हो गए हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन से चार महीने के लिए देव शयन मुद्रा में चले जाते हैं। इसलिए इन दिनों में किसी भी शुभ काम की मनाही होती है। पर इसी के साथ 11 जुलाई से सावन का पवित्र महीना शुरू हो रहा है।
ऐसे में यदि आप भी इन चार महीनों में गृहप्रवेश करना चाहते हैं या जानना चाहते हैं कि चातुर्मास में नए घर में प्रवेश शुभ या अशुभ माना जाता है तो चलिए ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से जानते हैं कि चातुर्मास में गृह प्रवेश करना शुभ होता है, चातुर्मास में किन घरों में प्रवेश किया जा सकता है, सावन में गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त क्या हैं।
सावन में क्या हैं जीर्ण गृह प्रवेश के नियम
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार सावन में जीर्ण गृह प्रवेश नियम किए जा सकते हैं। जीर्ण गृह प्रवेश का अर्थ उन घरों में प्रवेश से होता है जिनके लिए नींव रख कर नहीं मकान की मरम्मत के बाद रहने के लिए तैयार किया जाता है। ज्योतिशाचार्य के अनुसार रेनोवेटेड घरों के लिए गृह प्रवेश किया जा सकता है।
जीर्ण गृह प्रवेश कैसे कर सकते हैं
यदि आप जीर्ण गृह प्रवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले घर की सफाई करके उसमें एक नारियल और कलश रख दें। इसके बाद घर में मरम्मत या रेनोवेशन का काम या रंग रोगन और पुताई का काम करवाएंं। ऐसे में गृह में दोष नहीं माना जाता है।
सावन में ये गृहप्रवेश नहीं होता
सावन के महीने में गृह प्रवेश किया जा सकता है। लेकिन ये केवल जीर्ण गृह प्रवेश होता हैं। जब किसी प्लाट पर नींव डालकर मकान बनाया गया हो और इस घर का गृहप्रवेश किया जाना हो तो इसके लिए चातुर्मास का समय अच्छा नहीं माना जाता है।
सावन माह का महत्व
देव शयनी एकादशी से इंद्र देव शयनलोक में चले जाते हैं। इस दौरान श्रृष्टि का संचालन शिवजी द्वारा किया जाता है। इसलिए सावन का महीना शिवजी के लिए खास माना जाता है।
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