CG Industry Dialogue: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) ने रायपुर में आयोजित इंडस्ट्री डायलॉग-2 (Industry Dialogue-2) में साफ कहा कि छत्तीसगढ़ अब सिर्फ कोर सेक्टर (Core Sector) तक सीमित नहीं रहेगा। यहां जल्द ही सेमीकंडक्टर (Semiconductor), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence), फार्मा (Pharma), डिफेंस (Defence), एयरोस्पेस (Aerospace) और ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) जैसे सेक्टर तेजी से विकसित होंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को देश का सबसे गतिशील औद्योगिक हब (Dynamic Industrial Hub) बनाने का रोडमैप तैयार है।
लॉजिस्टिक पॉलिसी से मिलेगा औद्योगिक विकास को नया पंख
मुख्यमंत्री ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य लॉजिस्टिक पॉलिसी-2025 (Chhattisgarh State Logistic Policy-2025) को मंजूरी दी गई है। यह नीति छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय लॉजिस्टिक हब (National Logistic Hub) बनाने में मदद करेगी। इससे ड्राई पोर्ट (Dry Port) और इनलैंड कंटेनर डिपो (Inland Container Depot) के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा। किसान, उद्योगपति और व्यापारी सस्ती और आधुनिक भंडारण सुविधा (Storage Facility) का लाभ उठा सकेंगे।
सिंगल विंडो सिस्टम से निवेश होगा और आसान
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 (Single Window System 2.0) लागू कर दिया गया है। अब उद्योगपतियों को सभी जरूरी अनुमति ऑनलाइन सिर्फ एक क्लिक पर मिलेगी। यह सिस्टम राज्य को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of Doing Business) में देश में अग्रणी बनाएगा।
रिकॉर्ड निवेश प्रस्तावों से रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
साय ने कहा कि बीते छह महीनों में ही छत्तीसगढ़ को 5.5 लाख करोड़ (5.5 Lakh Crore) के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में आयोजित इंवेस्टर्स समिट (Investors Summit) में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताई। पॉलीमैटेक कंपनी (Polymatech Company) को सिर्फ तीन महीने में जमीन दी गई और 1,143 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है।
कनेक्टिविटी और अधोसंरचना में बड़े कदम
मुख्यमंत्री ने बताया कि रावघाट से जगदलपुर, कोठागुडेम से किरंदुल और खरसिया-परमालकसा रेललाइन परियोजनाएं राज्य के औद्योगिक विकास को नई दिशा देंगी। जलमार्ग संबलपुर से नवा रायपुर (Sambalpur to Nava Raipur) और एयर कार्गो (Air Cargo) सेवाओं से लॉजिस्टिक सेक्टर को मजबूती मिलेगी।
बस्तर और सरगुजा में विकास की नई कहानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी नक्सल प्रभावित बस्तर में अब 90,000 युवाओं को कौशल विकास (Skill Development) और 40,000 से अधिक को रोजगार मिला है। बस्तर दशहरा को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने के प्रयास तेज हैं। तीरथगढ़ ग्लास ब्रिज (Tirathgarh Glass Bridge) और बस्तर टूरिज्म सर्किट से पर्यटन को नई रफ्तार मिलेगी।
11 बड़ी कंपनियों को मिला निवेश का निमंत्रण
कार्यक्रम में 11 प्रमुख कंपनियों को इनविटेशन टू इन्वेस्ट (Invitation To Invest) पत्र सौंपे गए। इसमें सारडा हाइड्रोपावर रायपुर (Sarda Hydropower Raipur), जिंदल स्टील छत्तीसगढ़ लिमिटेड (Jindal Steel Chhattisgarh Limited) और जिंदल पावर लिमिटेड (Jindal Power Limited) जैसे नाम शामिल हैं। इन कंपनियों से करीब 1 लाख 23 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए हैं, जिससे 20 हजार से ज्यादा रोजगार सृजित होंगे।
छत्तीसगढ़ को मिलेगी नई पहचान
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन (Commerce and Industry Minister Lakhan Lal Dewangan) ने कहा कि नई नीति से छत्तीसगढ़ देश का प्रमुख औद्योगिक राज्य (Leading Industrial State) बनेगा। सिंगल विंडो सिस्टम से निवेशकों को हर सुविधा मिलेगी और राज्य का विकास रफ्तार पकड़ेगा।