नागौर के धारणा गांव की रहने वाली करिश्मा चौधरी का बाल विवाह बचपन में ही तय कर दिया गया था… हालांकि ये उसे मंजूर नहीं था.. स्कूल पास करने के बाद नर्सिंग की पढ़ाई के लिए उसने पास के कॉलेज में दाखिलाय लिया.. यहां उसकी मुलाकात टीचर सहदेव भाकर से हुई…. पहली ही मुलाकात में दोनों एक-दूसरे को दिल दे बैठे और पूरी जिंदगी साथ बिताने की कसमें भी खा ली.. सहदेव पहले से ही शादीशुदा था, लेकिन वो भी अपनी मैरिड लाइफ से खुश नहीं था.. वो अपनी पत्नी को तलाक देकर करिश्मा के साथ रहना चाहता था… हालांकि, इसमें सबसे बड़ी अड़चन करिश्मा की उम्र थी.. दरअसल वो अभी 18 की भी नहीं हुई थी… ऐसे में शादीशुदा टीचर भी उसके कानूनन जवान होने का इंतजार करने लगा…. जैसे ही करिश्मा 18 साल की हुई टीचर ने अपनी पत्नी से तलाक मांगते हुए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी। उधर, लड़की इसे हरी झंडी समझ घर से भाग निकली। दोनों जिंदगी भर साथ रहने के लिए साथ निकले और लिव-इन में रहने लगे… इस कहानी में 9 महीने बाद खतरनाक मोड़ आया… 13 जून को करिश्मा के परिवार ने सहदेव को किडनैप किया और अगले ही दिन उसकी हत्या कर दिया… जैसे ही ये खबर करिश्मा को मिली वो टूट गई, उसने अपने परिवार पर ऑनर किलिंग का आरोप लगाया.. करिश्मा ने अपने परिवार वालों के लिए फांसी की मांग भी की…पुलिस ने सहदेव की हत्या के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया.. उधर सहदेव के लिए इंसाफ मांगने वाली प्रेमिका सिर्फ 13 दिन ही उसके जाने का गम झेल पाई.. लिव इन पार्टनर की हत्या के बाद करिश्मा ने उसी के घर में सुसाइड कर लिया और ऐसे इस प्रेम कहानी का दुखद अंत हो गया..