CG IAS Transfer 2025: छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक ढांचे में 30 जून 2025 से बड़ा बदलाव होने जा रहा है। मौजूदा मुख्य सचिव अमिताभ जैन (Chief secretary Amitabh Jain) के रिटायरमेंट के साथ ही राज्य को नया चीफ सेक्रेटरी मिलेगा। उनके स्थान पर कौन अधिकारी बैठेगा, इसे लेकर रायपुर से दिल्ली तक गहन मंथन चल रहा है। नई नियुक्ति के साथ मंत्रालय में भी ‘एडमिनिस्ट्रेटिव सर्जरी’ (Administrative surgery) लगभग तय मानी जा रही है।
मुख्य सचिव की दौड़ में तीन नाम सबसे आगे
इस वक्त मुख्य सचिव पद के लिए तीन नाम सबसे प्रमुख हैं- 1992 बैच के सुब्रत साहू (Subrata Sahu), 1993 बैच के केंद्र में प्रतिनियुक्त अमित अग्रवाल (Amit Agarwal) और 1994 बैच के शांत और भरोसेमंद माने जाने वाले मनोज पिंगुआ (Manoj Pingua)। हाल ही में पिंगुआ दिल्ली जाकर पीएमओ (PMO) के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिले हैं, जिससे अटकलें और तेज हो गई हैं। वहीं यदि केंद्र सरकार से वापसी के लिए अग्रवाल राजी नहीं होते हैं, तो दौड़ में पिंगुआ और साहू आमने-सामने होंगे।

सीनियर अधिकारियों को सुपरसीड किया गया तो मंत्रालय में मचेगा उथल-पुथल
मंत्रालय सूत्रों के अनुसार, अगर मुख्य सचिव के लिए सीनियरिटी को नजरअंदाज कर कोई जूनियर अधिकारी नियुक्त किया जाता है, तो कुछ सीनियर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (ACS) को मंत्रालय से बाहर भेजा जा सकता है। इतिहास बताता है कि जब भी ऐसा हुआ है, वरिष्ठ अधिकारियों को माध्यमिक शिक्षा मंडल, प्रशासन अकादमी या राजस्व बोर्ड जैसी संस्थाओं में भेजा (CG IAS Transfer) गया है।
नया सीएस कौन? नियुक्ति के बाद किसे कहां भेजा जाएगा
अगर 1991 बैच के सीनियर अफसर रेणु पिल्ले (Renu Pillay) को मुख्य सचिव बनाया जाता है, तो किसी अन्य सीनियर को मंत्रालय से हटाने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन अगर सुब्रत साहू, अमित अग्रवाल, ऋचा शर्मा (Richa Sharma) या मनोज पिंगुआ में से कोई सीएस बनता है, तो रेणु पिल्ले को बाहर किया जा सकता है। खासतौर पर अगर अमित अग्रवाल लौटते हैं तो रेणु और सुब्रत दोनों की पोस्टिंग मंत्रालय से बाहर (CG IAS Transfer) तय मानी जा रही है।
मुख्य सचिव बनने की दौड़ में कौन कितने पानी में?
सुब्रत साहू अपनी तेजतर्रार कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं, लेकिन भूपेश बघेल सरकार में मुख्यमंत्री के सचिव रहने के कारण भाजपा के कुछ नेताओं को आपत्ति है। अमित अग्रवाल दिल्ली में उच्च पदों पर हैं लेकिन पिछले 9 साल से छत्तीसगढ़ से दूर रहे हैं, जिससे उनके आने की संभावना कम मानी जा रही है। वहीं मनोज पिंगुआ की साफ-सुथरी छवि और मुख्यमंत्री सचिवालय में उनकी मजबूत पकड़ उन्हें रेस में आगे रखती है, हालांकि उनकी धीमी कार्यशैली को लेकर भी चर्चाएं हैं।
इन नामों की रेस से हो चुकी है छुट्टी
रेणु पिल्ले जहां कामकाज में व्यावहारिकता की कमी के चलते बाहर मानी जा रही हैं, वहीं ऋचा शर्मा की जटिल कार्यशैली और निधि छिब्बर की दिल्ली में पारिवारिक स्थायित्व ने उन्हें रेस से बाहर कर दिया है। विकासशील जैसे अफसरों ने पहले ही विदेश की नौकरी छोड़कर आने से इनकार कर दिया है।
मंत्रालय में सचिवों का प्रभार फिलहाल यथावत, लेकिन हो सकते हैं मामूली फेरबदल
नए मुख्य सचिव की नियुक्ति के साथ सचिव स्तर पर तत्काल कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, जब तक कि अमित अग्रवाल नहीं लौटते। अगर वे सीएस बनते हैं, तो कुछ दिन बाद मंत्रालय के सचिवों के विभागों में फेरबदल की संभावना है। हाल ही में मंत्रालय में बदलाव हो चुका है, इसलिए फिलहाल स्थिति स्थिर बनी रहेगी।
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25 वर्षों में 12 मुख्य सचिव, अब छत्तीसगढ़ को मिलेगा 13वां प्रशासनिक मुखिया
छत्तीसगढ़ के गठन के बाद से अब तक 12 मुख्य सचिव बदल चुके हैं। इनमें शिवराज सिंह, पी. जॉय उम्मेन, विवेक ढांड, अजय सिंह, सुनील कुजूर जैसे नाम शामिल हैं। वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन दिसंबर 2020 से इस पद पर हैं और अब 30 जून को रिटायर होने जा रहे हैं। नए सीएस की नियुक्ति इस बार न केवल प्रशासनिक दिशा को तय करेगी, बल्कि राजनीतिक संदेश भी देगी।
- अरुण कुमार- 30 अक्टूबर 2000 से 31 जनवरी 2003
- एसके मिश्रा- 31 जनवरी 2003 से 30 जून 2004
- एके विजयवर्गीय- 1 जुलाई 2004 से 7 नवंबर 2005
- आरपी बागी- 7 नवंबर 2005 से 31 जनवरी 2007
- शिवराज सिंह- 31 जनवरी 2007 से 31 जुलाई 2008
- पी. जॉय उम्मेन- 31 जुलाई 2008 से 7 फरवरी 2012
- सुनील कुमार- 7 फरवरी 2012 से 28 फरवरी 2014
- विवेक ढांड- 28 फरवरी 2014 से 11 जनवरी 2018
- अजय सिंह- 11 जनवरी 2018 से 2 जनवरी 2019
- सुनील कुजूर- 2 जनवरी 2019 से 31 अक्टूबर 2019
- आरपी मंडल- 31 अक्टूबर 2019 से 30 नवंबर 2020 तक
- अमिताभ जैन- 1 दिसंबर 2020 से अब तक।