हाइलाइट्स
- लखनऊ में उज्बेकिस्तानी महिलाओं की प्लास्टिक सर्जरी
- पहचान छुपाने का रैकेट बेनकाब
- डॉक्टर विवेक गुप्ता और दलाल पर FIR
Lucknow Crime News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक चौंकाने वाले फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत में रह रही उज्बेकिस्तानी महिलाओं की प्लास्टिक सर्जरी कर उनकी पहचान बदलने का गोरखधंधा सामने आया है। यह सनसनीखेज मामला लखनऊ के प्रसिद्ध प्लास्टिक सर्जन डॉ. विवेक गुप्ता के क्लीनिक से जुड़ा है।
उज्बेकिस्तानी महिलाएं बिना वैध दस्तावेज के रह रही थीं
FRRO (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) की टीम ने इस रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए दो उज्बेकिस्तानी महिलाओं होलिडा (Holida) और निलोफर (Nilofar) को हिरासत में लिया है। जांच में सामने आया है कि दोनों महिलाएं पिछले दो सालों से लखनऊ के ओमेक्स सिटी, सुशांत गोल्फ सिटी स्थित एक फ्लैट में रह रही थीं।
यह भी पढ़ें: Lucknow Maggie Party Gang: मैगी पार्टी गैंग का खुलासा, 7 गिरफ्तार, जेल में हुई दोस्ती, बाहर आकर बना गैंग
डॉक्टर विवेक गुप्ता ने मोटी रकम लेकर की सर्जरी
FRRO की पूछताछ में दोनों महिलाओं ने कबूल किया कि उनकी प्लास्टिक सर्जरी डॉ. विवेक गुप्ता के क्लीनिक में की गई थी। इस सर्जरी के पीछे कथित दलाल त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा का नाम सामने आया है, जिसने डॉक्टर को भारी रकम देकर यह गैरकानूनी काम कराया।
FIR दर्ज, मामले की गहन जांच में जुटी पुलिस
सुशांत गोल्फ सिटी थाना में सब इंस्पेक्टर की शिकायत पर डॉक्टर विवेक गुप्ता और त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा के खिलाफ विदेशी अधिनियम की धाराओं में FIR दर्ज कर ली गई है। अब FRRO और स्थानीय पुलिस इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है।
पहचान छुपाकर अवैध गतिविधियों की साजिश
यह मामला इस बात को उजागर करता है कि किस तरह अवैध रूप से देश में रह रहे विदेशी नागरिक पहचान बदलकर कानून को चकमा दे रहे हैं। पुलिस को शक है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी या अपराध नेटवर्क से जुड़ा मामला हो सकता है। अब इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी की जा रही है।
Baghpath Train Fight: चलती ट्रेन में सीट को लेकर विवाद, भीड़ ने युवक को आखिरी सांस तक पीटा, नहीं पहुंची GRP पुलिस
सहारनपुर दिल्ली पैसेंजर ट्रैन में शुक्रवार को सीट को लेकर भयंकर विवाद हो गया, 15- 20 लोगों की भीड़ एक व्यक्ति को आखिरी सांस तक मारती रही जब तक वह मर नहीं गया। युवक सहारनपुर-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन से बागपत आ रहा था। आरोप है मौके पर ट्रेन के अंदर जीआरपी पुलिस को सूचना दी थी पर मौके पर जीआरपी पुलिस नहीं पहुंची। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें