EPFO Scam Alert: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने सभी सदस्यों, पेंशनभोगियों और एम्प्लॉयर को चेतावनी दी है कि वे EPFO से जुड़ी सर्विस के लिए किसी साइबर कैफे या थर्ड पार्टी एजेंट से कांटेक्ट न करें।
EPFO के अनुसार ऑर्गेनाइजेशन द्वारा दी जाने वाली सभी सर्विस पूरी तरह से फ्री हैं, और ऑनलाइन अवेलबल हैं। किसी भी थर्ड पार्टी द्वारा ज़्यादा पैसे लिए जा सकते हैं, इसके साथ ही आपकी पर्सनल जानकारी की सिक्योरिटी से भी समझौता कर सकते हैं।
खुद कर सकते हैं सारे काम
EPFO ने बताया कि कुछ साइबर कैफे और फिनटेक कंपनियां EPFO मेंबर्स से उन सर्विस के लिए मोटी रकम वसूल रही हैं, जो ऑफिशियली फ्री हैं।
कई बार ये एजेंट सिर्फ EPFO की ऑनलाइन कंप्लेंट पोर्टल का इस्तेमाल करते हैं, जो कोई भी मेंबर घर बैठे कर सकता है।
ऐसे में EPFO ने अपने सभी सदस्यों से अपील की है कि वे UMANG ऐप या EPFO की वेबसाइट के से खुद सर्विस का लाभ लें।
EPFO की ये सर्विस पूरी तरह फ्री
EPFO की सभी सर्विस जैसे कि क्लेम फाइल (Claim Filing), ट्रांसफर (Transfer), KYC अपडेट (KYC Update) और शिकायत दर्ज (Complaint Lodging) करना, पूरी तरह से फ्री हैं। इन सर्विस के लिए किसी भी थर्ड पार्टी को पेमेंट करने की जरूरत नहीं है।
किसी भी समस्या के समाधान के लिए सदस्य EPFO के रीजनल ऑफिस के हेल्पडेस्क या PRO से संपर्क कर सकते हैं। उनकी लिस्ट EPFO की आधिकारिक वेबसाइट www.epfindia.gov.in पर अवेलेबल है।
समय पर शिकायतों का समाधान
EPFO ने बताया कि ऑर्गेनाइजेशन के पास एक सशक्त शिकायत समाधान प्रणाली (Strong grievance redressal system) है, जिसमें शिकायतें CPGRAMS और EPFiGMS पोर्टल पर दर्ज होती हैं और उनका समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाता है।
वित्त वर्ष 2024-25 में EPFiGMS पर 16,01,202 और CPGRAMS पर 1,74,328 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 98% शिकायतों का समाधान तय समयसीमा में कर दिया गया।
EPFO सर्विस में लगातार सुधार
EPFO ने हाल ही में KYC सुधार (KYC Improvement), सदस्य विवरण संशोधन (Member Details Modification), ट्रांसफर क्लेम (Transfer Claim), और पेंशन भुगतान प्रक्रियाल (Pension Payment Process) को सरल बनाने के लिए कई अहम सुधार किए हैं।
अब 1 लाख रुपये तक के एडवांस क्लेम (बीमारी, मकान, विवाह व शिक्षा) ऑटो मोड में सेटल किए जा सकते हैं। 2024-25 में अब तक 2.34 करोड़ क्लेम ऑटो मोड में निपटाए गए हैं।
प्रोफाइल करेक्शन और क्लेम प्रोसेस आसान
मेंबर्स के प्रोफाइल करेक्शन की प्रोसेस अब आधार प्रमाणीकरण (Aadhaar Authentication) के जरिए आसान कर दी गई है।
गलत सदस्य आईडी को UAN से अलग करने के लिए ऑनलाइन डि-लिंकिंग सुविधा (Online de-linking facility) शुरू की गई है जिससे शिकायतों में कमी आई है।
इसके अलावा, अब ऑनलाइन क्लेम फाइल करते समय चेक लीफ या बैंक पासबुक की फोटो अपलोड करने की अनिवार्यता हटा दी गई है।
फेस ऑथेंटिकेशन से UAN एक्टिवेशन
अब UMANG ऐप पर फेस ऑथेंटिकेशन (Face Authentication) तकनीक की मदद से UAN का एलोकेशन और एक्टिवेशन किया जा रहा है।
इससे मेंबर तुरंत पासबुक, KYC अपडेट, क्लेम सबमिशन जैसी सर्विस का लाभ ले सकते हैं। अप्रैल 2025 से बैंक अकाउंट डीटेल्स को UAN से लिंक करने के लिए एम्पलॉयर की मंजूरी की जरूरत भी खत्म कर दी गई है।