संगठन की मजबूती के लिए Congress ने बनाया विदिशा मॉडल, जहां पार्टी कमजोर वहां चलेगा ये प्लान.!
मध्यप्रदेश कांग्रेस इन दिनों बदलाव के दौर से गुजर रही है… कमलनाथ सरकार के कार्यकाल को छोड़ दें तो पार्टी 20 साल से सत्ता से बाहर है… लगातार हार और दिग्गज नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद अब संगठन बेहद नाजुक स्थिति में है.. ऐसे में नए प्रदेश प्रभारी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने फिर से कांग्रेस को खड़ा करने के लिए एक बेहतर प्लान बनाया है… अब कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने के लिए विदिशा मॉडल पर काम करेगी.. दरअसल विदिशा संगठनात्मक रूप से सबसे कमजोर जिला है… इसी वजह से यहीं से पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई है.. इस प्रोजेक्ट के लिए 70 एक्सपर्ट्स को चुनकर विदिशा जिले की पांचों विधानसभा सीटों के हर ग्राम पंचायत और वार्ड में भेजा गया है… सबसे पहले, एक्सपर्ट्स ने पंचायत और वार्ड में कांग्रेस की कमजोरी की वजह जानी, इसकी रिपोर्ट तैयार होने के बाद मजबूत कार्यकर्ताओं के नाम छांटे और फिर पंचायत और वार्ड समिति का गठन किया… इन समितियों के सदस्य अब गांव और वार्ड में कांग्रेस के लिए काम करेंगे… विदिशा जिले में समितियों के गठन के बाद अब इस मॉडल पर प्रदेश के दूसरे जिलों में काम किया जाएगा…विदिशा जिले के बाद कांग्रेस अब इस मॉडल पर भोपाल और नर्मदापुरम संभाग की उन विधानसभाओं में इसपर काम शुरू करेगी। जहां कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है। कांग्रेस का मानना है कि इन दोनों संभागों में कांग्रेस की स्थिति सुधारने की सबसे ज्यादा जरूरत है…