हाइलाइट्स
- प्रदीप मिश्रा पर भगवान चित्रगुप्त के अपमान का आरोप
- कायस्थ समाज बोला दंडवत होकर मांगे माफी
- स्वामी सच्चिदानंद चित्रगुप्त ने दी धमकी
- कहा- बचे बाल से अपने जूते साफ करूंगा
Pandit Pradeep Mishra: पंडित प्रदीप अक्सर अपने विवादित टिप्पणी को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। अब एक बार फिर वे विवादों में घिर गए हैं। इस बार उनके एक प्रवचन को लेकर कायस्थ समाज नाराज (Pandit Pradeep Mishra Lord Chitragupt Statement Controversy) है और उनसे दंडवत होकर माफी मांगने की मांग की है।
चित्रगुप्त पीठ के पीठाधीश्वर जगतगुरु चित्रगुप्ताचार्य डॉ स्वामी सच्चिदानंद चित्रगुप्त (Pandit Pradeep Mishra Lord Chitragupt Statement Controversy) का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे पं. प्रदीप मिश्रा की भाषाशैली पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा को धमकी देते हुए कहा कि वे उन्हें कानूनी कार्रवाई के दायरे में लाएंगे।
चित्रगुप्त पीठ के पीठाधीश्वर जगतगुरु चित्रगुप्ताचार्य डॉ स्वामी सच्चिदानंद चित्रगुप्त ने कहा- ‘कितना शर्म का विषय है कि इतना बड़ा विद्वान जो अपने आप को बहुत महान कथावाचक मानता है और भगवान शिव का व्याख्यान करता है, उसे इस बात का भी आभास नहीं कि वह किस प्रकार का कृत्य कर रहा है और व्यासपीठ पर विराजमान होने के बाद वह किस भाषा शैली का प्रयोग कर रहा है।’
‘प्रदीप मिश्रा तेरा अंत समय आ चुका’
इसके बाद उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन (Pandit Pradeep Mishra Lord Chitragupt Statement Controversy) का एक वीडियो क्लिप दिखाया। उसके बाद उन्होंने कहा- ‘इसने जिस प्रकार से भगवान श्री चित्रगुप्त जी और भगवान यमराज पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया है यह दर्शाता है कि यह जाहिल व्यक्ति न तो कथावाचक है और ना ही यह व्यासपीठ पर विराजमान होने के लायक है। पहले मां राधा रानी पर इसने अभद्र टिप्पणी करी उसके बाद ये पूरे वृन्दावन में नाक रगड़ता हुआ घूम रहा था।
यह जहां जाता है वहां इस प्रकार के अपनी भाषा शैली की वजह से इसे भगवान दण्ड भी देते हैं। इसकी एक कथा महाकाल की नगरी में भी हुई थी और वहां पर भी इसके कारण से पूरा पुल टूट गया था और अब यह नहीं मान रहा इसमें भगवान चित्रगुप्त जी पर जिस भाषा का प्रयोग किया है, अरे और प्रदीप मिश्रा सुन तेरा अंत समय आ चुका है तेरा काल तुझे पुकार रहा है।’
‘बचे बाल से अपने जूते साफ करूंगा’
उन्होंने आगे कहा- ‘तेरे द्वारा किया गया ये कथ्य और जिस भाषा शैली का तूने हमारे ईष्ट, हमारे देव, हमारे प्रभु पर जो टिप्पणी की है, इसका जवाब भी तुझे हम उसी भाषा में देंगे। तेरी अभद्रता, तेरी का अब परिचय पूरी दुनिया के सामने दिखाया जाएगा और तेरे सर पर जितने बाल बचे हैं ना, मैं श्री चित्रगुप्त पीठ का पीठाधीश्वर जगतगुरु चित्रगुप्त आचार्य डॉ स्वामी सच्चिदानंद (Pandit Pradeep Mishra Lord Chitragupt Statement Controversy) आज साफ तौर पर तुझे कहता हूं कानूनी दायरे में लाकर तुझे सजा दिलवाऊंगा और तू जहां मिल गया, तुझे भरे मंच पर तेरे बचे हुए सर के बाल अपने जूतों से साफ करूंगा। क्योंकि इसी लायक है तू सुधरने वाला नहीं है, तू अपनी हरकतों से बाज आने वाला नहीं है।
तुझे कथा में हमारे देवी देवता मिलते हैं उपहास उड़ाने के लिए। तू जो कथा के नाम पर ढ़ोंग रचता है, उसका तुझे हर हाल में भुगतान करना पड़ेगा। तुझे कौन सिखाता है, तू किसका एजेंट है? किसके लिए काम कर रहा है? तू हिंदू सनातन देवी देवताओं का उपहास उड़ाता हुआ घूमता है। कभी राधारानी पर और आज तूने भगवान चित्रगुप्त जी, तू जानता क्या है प्रभु के बारे में। कौन हैं भगवान चित्रगुप्त जी? जा पहले समझ, जान, अनभिज्ञ इंसान, तुझे अपनी करनी का दंड भुगतना होगा। महाकाल की सौगंध भगवान चित्रगुप्त जी की तुझे अगर तेरी करनी का दंड नहीं दिया तो मैं अपने आप को इस दुनिया से ही मिटा दूंगा। जब तक तेरा हश्र नहीं समाप्त कर दूंगा, शांत नहीं बैठूंगा। तेरी औकात और तेरी भाषाशैली का अब तुझे जवाब तेरी भाषा में दिया जाएगा।
प्रदीप मिश्रा ने चित्रगुप्त को कहा ‘मुच्छंदर’!
"जो भगवान चित्रगुप्त का सम्मान नहीं करता,
वो कथा वाचक नहीं, अपमान वाचक है!"🛑 हम विरोध करते हैं –
कथा मंच से भगवान चित्रगुप्त जी जैसे सनातन के न्याय देवता का अपमान करने वाले प्रदीप मिश्रा का।@panditmishraji pic.twitter.com/1pvghMN04Y— Sanataniarpit (@kayasth_arpit) June 15, 2025
दरअसल, पं. प्रदीप मिश्रा की कथा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके सामने आने के बाद स्वामी सच्चिदानंद चित्रगुप्त (Pandit Pradeep Mishra Lord Chitragupt Statement Controversy) भड़क गए। पं. प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान कहा था- ‘ये फालतू की बात करना मति रे यमराज, तू मुझे पहचानता नहीं है, 7 दिन से पुराण की कथा सुनी है, मेरा सबूत लेना हो तो संत ज्ञानेश्वर मावली जी से लेले। तेरे साथ तो नहीं जाऊंगा, यमराज को घबरा कर भागा, यमराज ने कहा किस को भेजूं, अगला संदेश चित्रगुप्त को भेजा, जाओ। तो कहा इस मुच्छंदर के साथ नहीं जाऊंगा। ऐ चित्रगुप्त फालतू की बात करना मति, सबका हिसाब रखना मेरे हिसाब मत रखना।
पहले भी विवादों में घिर चुके प्रदीप मिश्रा
बता दें कि ये पहला मामला नहीं है जब पंडित प्रदीप मिश्रा ने प्रवचन (Pandit Pradeep Mishra Lord Chitragupt Statement Controversy) के दौरान ऐसी विवादित टिप्पणी की हो। इससे पहले भी वे कई बार विवादों में घिर चुके हैं। उन्होंने पिछले साल ओंकारेश्वर में राधा-रानी के जन्म और विवाह पर टिप्पणी की थी। उनके प्रवचन के वायरल होते ही ब्रजधाम के लोग आक्रोशित हो गए थे और उनसे मांफी मांगने की मांग की थी। उसके बाद प्रदीप मिश्रा ने बरसाना पहुंचकर राधा रानी के मंदिर में दंडवत प्रणाम किया और नाक रगड़कर माफी भी मांगी थी।
इसके अलावा वे हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने, बेटियों के पास कटार होनी चाहिए जैसे बयानों से लेकर समलैंगिक विवाह मामलों को लेकर भी टिप्पणी कर चुके हैं। वहीं, अब देखना होगा कि कायस्थ समाज और चित्रगुप्त पीठ की नाराजगी के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा इस बार क्या जवाब देते हैं।
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