Chhattisgarh Dhan Kharidi: छत्तीसगढ़ सरकार इस साल किसानों से 175 लाख टन से अधिक धान खरीदने की तैयारी में जुट गई है। पिछले वर्ष जहां 160 लाख टन का लक्ष्य तय किया गया था और 149.25 लाख टन की खरीदी हुई थी, वहीं इस बार सरकार 10% अधिक लक्ष्य के साथ खरीदी की योजना बना रही है। आने वाले दिनों में मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें इस सीजन की खरीदी का अंतिम लक्ष्य तय किया जाएगा।
प्रति क्विंटल 3100 रुपये समर्थन मूल्य
धान की खरीदी दर 3100 रुपये प्रति क्विंटल तय होने से किसानों में काफी उत्साह है। सरकार के इस निर्णय से खेती फिर से लाभ का सौदा बनने लगी है, जिससे प्रदेश में खेती की ओर रुझान तेजी से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार खरीफ सीजन में अच्छी बारिश के आसार हैं, जिससे धान की पैदावार बेहतर होगी और अनुमान के मुताबिक उत्पादन 10-15% तक अधिक हो सकता है।
बढ़ी पंजीकृत किसानों की संख्या
पिछले खरीदी सीजन (2024-25) में 27.78 लाख किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया था और कुल रकबा 38.19 लाख हेक्टेयर था। इस बार यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। सरकार का अनुमान है कि अधिक किसान पंजीकरण कराएंगे और धान उत्पादन के लिए रकबा भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है।
पिछले साल 31 हजार करोड़ पहुंचे थे किसानों के खाते में
2023-24 में कुल 149.25 लाख टन धान की खरीदी हुई थी, जिसके एवज में किसानों के खातों में लगभग ₹31,000 करोड़ रुपये सीधे स्थानांतरित किए गए थे। इसके अलावा किसानों को ₹800 प्रति क्विंटल अतिरिक्त अंतर की राशि भी प्रदान की गई थी। यह भरोसा किसानों को सरकार के प्रति मजबूत बना रहा है कि उनका एक-एक दाना धान खरीदा (Chhattisgarh Dhan Kharidi) जाएगा।
बीते पांच वर्षों में खरीदी का रिकॉर्ड
पांच वर्षों के धान खरीदी के आंकड़े-
वर्ष | खरीदी (लाख टन) | पंजीकृत किसान (लाख) | रकबा (हेक्टेयर) |
2020-21 | 92.00 | 21.29 | 27,59,385 |
2021-22 | 98.00 | 24.06 | 30,10,880 |
2022-23 | 110.00 | 25.92 | 31,13,000 |
2023-24 | 144.92 | 26.85 | 33,51,000 |
2024-25 | 149.25 | 27.78 | 38,19,000 |
नोट: आंकड़े लाख टन (खरीदी), लाख किसान (पंजीकरण) और हेक्टेयर (रकबा) में दिए गए हैं।
पिछले पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ में लगातार धान खरीदी (Chhattisgarh Dhan Kharidi) बढ़ी है। 2020-21 में जहां 92 लाख टन खरीदी हुई थी, वहीं 2024-25 में यह आंकड़ा 149.25 लाख टन तक पहुंच गया। इसी अवधि में पंजीकृत किसानों की संख्या 21.29 लाख से बढ़कर 27.78 लाख हो गई और रकबा भी 27.59 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 38.19 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया।
औसत प्रति एकड़ उत्पादन 18 से 22 क्विंटल
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में प्रति एकड़ औसतन 18 से 20 क्विंटल धान का उत्पादन होता है। कुछ इलाकों में यह 22 क्विंटल प्रति एकड़ तक पहुंच जाता है। चूंकि सरकार प्रति एकड़ 21 क्विंटल तक धान खरीद रही है, इसलिए किसान पूरा धान सरकारी सोसायटियों में बेच पा रहे हैं। इससे न केवल किसानों की आमदनी बढ़ रही है, बल्कि उनका भरोसा भी कृषि व्यवस्था में मजबूत हो रहा है।
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राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं और भरोसेमंद खरीदी नीति के चलते अब खेती घाटे का नहीं, फायदे का सौदा बन गई है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ देश के धान उत्पादन और सरकारी खरीदी दोनों में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।