दाल सेहत के लिए फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें प्रोटीन भरपूर होता है। लेकिन अगर आप इसका ज्यादा सेवन करते हैं, तो यह शरीर के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। इसलिए दाल को सीमित मात्रा में खाना जरूरी है। कमजोर पाचन तंत्र वालों को दाल से गैस और पेट फूलने की समस्या हो सकती है। बच्चों और गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दाल खानी चाहिए। दाल में ऑक्सलेट और प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो किडनी स्टोन का कारण बन सकती है। गाउट रोगियों को भी दाल या बीन्स का सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए। थायराइड की समस्या होने पर ज्यादा प्रोटीन दाल से थायराइड का स्तर बढ़ सकता है। इसलिए थायराइड मरीजों को दाल का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए। दाल में प्रोटीन और कैलोरी दोनों होते हैं। अगर आप पहले से ही हाई-प्रोटीन डाइट ले रहे हैं, तो दाल ज्यादा खाने से वजन बढ़ने की संभावना रहती है। दाल का अधिक सेवन अपच, पेट दर्द और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। मसूर, राजमा, उड़द और छोले रात में खाना हानिकारक हो सकता है। डायटीशियन के अनुसार रोजाना 1-2 ग्राम प्रति किलो वजन के अनुसार दाल खाना सुरक्षित होता है। वजन 60 किलो है तो 60 ग्राम से ज्यादा दाल न खाएं।