हाईलाइट्स
- कांग्रेस ने जुलाई तक छुट्टियां बढ़ाने की मांग की
- 16 जून से छत्तीसगढ़ में नया शैक्षणिक सत्र शुरू
- शाला प्रवेश उत्सव को व्यापक जनअभियान बनाने की अपील
Chhattisgarh School Opening Date News: छत्तीसगढ़ में आगामी 16 जून 2025 से नया शिक्षा सत्र शुरू होने जा रहा है। इस बार स्कूल खुलने पर तस्वीर बदली-बदली होगी। राज्य सरकार द्वारा किए गए युक्तियुक्तकरण के परिणामस्वरूप, पहली बार हर स्कूल में बच्चों को शिक्षक उपलब्ध होंगे। अब वो दौर पीछे छूट चुका है जब सैकड़ों स्कूल बिना शिक्षक के संचालित होते थे या एक ही शिक्षक पूरे स्कूल का भार उठाता था।
260 शिक्षकविहीन और 211 छात्रविहीन स्कूलों को किया गया मर्ज
शिक्षा विभाग की समीक्षा में सामने आया कि राज्य में 260 ऐसे स्कूल थे जहां कोई शिक्षक नहीं था, और 211 शालाएं ऐसी थीं जहां एक भी छात्र नामांकित नहीं था। सरकार ने इन स्कूलों को मर्ज कर बेहतर ढांचे और संसाधनों से लैस किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्पष्ट किया है कि इस बार प्रत्येक विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक मौजूद (Chhattisgarh School Reopen) रहेंगे, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
युक्तियुक्तकरण के बाद 80% एकल शिक्षक स्कूल कम हुए
प्रदेश में लंबे समय से एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे स्कूलों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट आई है। युक्तियुक्तकरण के तहत 14,768 शिक्षकों की नई पदस्थापना की गई है। इनमें राज्य स्तर पर 105, संभाग स्तर पर 868 और जिले स्तर पर 13,795 शिक्षक शामिल हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी नियुक्ति प्रक्रिया मानी जा रही है।
प्राथमिकता में शिक्षा की गुणवत्ता और ड्रॉपआउट को शून्य करने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि सरकार कक्षा 12वीं तक शाला त्याग दर (ड्रॉपआउट रेट) को शून्य करने के लिए कटिबद्ध है। इसके लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि हर बच्चा स्कूल से जुड़ना चाहिए और इसके लिए यदि कोई शैक्षणिक अवरोध हैं तो उन्हें तत्काल दूर किया जाएगा।
समायोजन से छात्रों को राहत
प्रदेश में 10372 स्कूल ऐसे हैं जो एक ही परिसर में चल रहे हैं, जैसे कि प्राइमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल। सरकार ने इन स्कूलों को एकीकृत कर संचालन को सुव्यवस्थित किया है। इसके अलावा ग्रामीण और शहरी इलाकों में दूरी और उपस्थिति के आधार पर 166 स्कूलों का समायोजन किया गया है। इससे 89% बच्चों को बार-बार स्कूल बदलने (Chhattisgarh School open) और दोबारा एडमिशन की जरूरत नहीं होगी।
शाला प्रवेश उत्सव को जनअभियान बनाने की अपील
मुख्यमंत्री साय ने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे शाला प्रवेश उत्सव को व्यक्तिगत रूप से सफल बनाएं। यह केवल औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि शिक्षा को जनांदोलन बनाने की शुरुआत है। उनका संदेश है, “हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे।” इसके तहत शत-प्रतिशत नामांकन, उपस्थिति और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
गर्मी में स्कूल खोलने को लेकर उठा राजनीतिक विवाद
जहां एक ओर सरकार शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को लेकर बड़े बदलाव कर रही है, वहीं दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने गर्मी को देखते हुए छुट्टियों को जुलाई तक बढ़ाने की मांग (Chhattisgarh School open) की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने गर्मी और उमस का हवाला देते हुए बच्चों को राहत देने की बात कही है।
शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की ओर कदम
राज्य सरकार की “मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान” के तहत उठाए गए कदमों को शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी माना जा रहा है। इससे छत्तीसगढ़ को न सिर्फ एक शिक्षित और आत्मनिर्भर राज्य के रूप में गढ़ा जा सकेगा, बल्कि यह देश के लिए एक प्रेरणास्रोत मॉडल भी बन सकता है।
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