हाइलाइट्स
- ICICI बैंक का रिकवरी एजेंट को रिश्वत लेते गिरफ्तार।
- भोपाल लोकायुक्त ने 8 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा।
- सैलरी अकाउंट पर लगे होल्ड हटवाने मांगी थी रिश्वत।
Bhopal Bribery Case: मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरों के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई लगातार जारी है। लोकायुक्त की धरपकड़ के बाद भी हर दिन रिश्वत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कार्रवाई के बाद भी सरकारी कार्यालयों में रिश्वत का खेल जारी है। ताजा मामला राजधानी भोपाल से सामने आया है, जहां भोपाल लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए ICICI बैंक के रिकवरी एजेंट को 8 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एजेंट ने एक व्यक्ति के सैलरी अकाउंट पर लगे होल्ड हटवाने तहसील कार्यालय में 8 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
बैंक ग्राहक से रिश्वत मांगना पड़ा महंगा
दरअसल, रायसेन जिले के उदयपुरा तहलील ढोलपुर मध्य निवासी अमर सिंह राजपूत (58) ने 5 जून को भोपाल लोकायुक्त कार्यालय में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता अमर सिंह ने बताया कि उन्होंने ICICI बैंक से 10 लाख रुपए का पर्सनल लोन लिया था। किश्तें समय पर न भर पाने के कारण बैंक ने उनके सैलरी अकाउंट पर होल्ड लगा दिया था, यह मामला तहसीलदार कुणाल राउत के बारह दफ्तर स्थित कार्यालय में विचाराधीन था।
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लोकायुक्त ने की जांच, फिर बिछाया जाल
तहसील कार्यालय में पदस्थ रिकवरी एजेंट साजिद अहमद ने बैंक खाते पर लगे होल्ड हटवाने के एवज में 8 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार राठौर के निर्देशन में प्राथमिक जांच की गई। आरोप सही पाए जाने पर ट्रैप टीम का गठन हुआ।
चाय की दुकान पर पकड़ा गया रिश्वतखोर एजेंट
मामले में लोकायुक्त ने जाल बिछाते हुए भोपाल के बारह दफ्तर क्षेत्र में स्थित तहसील कार्यालय के बाहर, चाय की दुकान पर ICICI बैंक रिकवरी एजेंट साजिद अहमद को गिरफ्तार कर लिया। एजेंट ने जैसे ही फरियादी से 8 हजार रुपए की रिश्वत ली तो लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। यह कार्रवाई 10 जून को लोकायुक्त निरीक्षक रजनी तिवारी के नेतृत्व में की गई।
रिकवरी एजेंट के खिलाफ केस दर्ज
मामले में लोकायुक्त अधिकारियों का कहना है कि आरोपी एजेंट के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। ट्रैप टीम में उप पुलिस अधीक्षक बीएम द्विवेदी, प्रधान आरक्षक रामदास कुर्मी, प्रधान आरक्षक मुकेश पटेल, आरक्षक मुकेश परमार, आरक्षक चैतन्य प्रताप शामिल थे।
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