हाइलाइट्स
- भोपाल के सूखी सेवनिया में धर्म परिवर्तन का मामला।
- झोपड़ी में बंद कर गरीबों का धर्म परिवर्तन की कोशिश।
- भारतीय नागरिक के साथ दो विदेशी लोग पकड़े गए।
Bhopal Religious Conversion Case: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बार फिर धर्म परिवर्तन का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस बार गरीबों को निशाना बनाया गया है। भोपाल में सूखी सेवनिया क्षेत्र में गरीब तबके की महिलाओं को झोपड़ी में बंद कर लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा था।
इन लोगों को ईसाई धर्म को अपनाने के लिए कैश, मिशनरी स्कूल में शिक्षा, बड़े शहरों के बड़े अस्पतालों में चिकित्सा का प्रलोभन दिया जा रहा था। मामले में ईसाई मिशनरी से जुड़े कुछ लोगों को पकड़ा गया है। जिनमें एक भारतीय नागरिक सहित दो विदेशी मूल के युवक-युवती शामिल हैं।
जबरन धर्म परिवर्तन का खुलासा, विदेशी भी शामिल
भोपाल के सूखी सेवनिया क्षेत्र में गरीब और मजदूर वर्ग की महिलाओं को निशाना बनाकर उन्हें प्रलोभन के जरिए ईसाई धर्म में परिवर्तित कराया जा रहा था। जब हिंदूवादी संगठनों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा, जहां 50 से अधिक महिलाओं को झोपड़ी में बंद पाया गया। कार्रवाई के दौरान मौके से ईसाई धर्म से जुड़े कई ग्रंथ मिले हैं। यहां 50 से ज्यादा हिंदू महिलाओं को झोपड़ी में प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। महिलाओं को ग्रंथ और पैसे बांटे जा रहे थे।
एक भारतीय और दो विदेशी नागरिक मुख्य आरोपी
इस मामले में एक हैरान करने बात यह सामने आई है कि इस धर्मांतरण के खेल में विदेशी लोग भी शामिल थे। इस मामले में मुख्य आरोपी कालूराम गौड़ नाम का व्यक्ति है, जो भारतीय नागरिक है। उसके साथ दो विदेशी मूल के युवक और युवती भी धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया में शामिल थे। ये लोग भोपाल में गरीब और कमजोर वर्ग को यह समझाकर बहला रहे थे कि धर्म बदलने से उनका जीवन सुधर जाएगा और बेहतर सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
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महिलाओं को दिए जा रहे थे ये लालच
- प्रति व्यक्ति 50,000 रुपए कैश
- बच्चों को मिशनरी स्कूलों में हॉस्टल सहित मुफ्त शिक्षा
- माता-पिता और बुजुर्गों के लिए मेट्रो शहरों के अस्पतालों में मुफ्त इलाज
हिंदू संगठनों की सक्रियता से मामला उजागर
हिंदुओं के धर्मांतरण के मामले को लेकर हिंदू संगठनों का हंगामा देखने को मिला। हिंदू संगठनों का आरोप है कि बस्तियों में पहुंचे लोगों ने लालच और भ्रम फैलाकर गरीब महिलाओं पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव डाला। झोपड़ी में गरीब लोगों को एकत्रित कर चोरी छिपे तरीके से धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। इन लोगों को मिशनरी स्कूल, मुफ्त इलाज और पैसों का प्रलोभन दिया जा रहा था। हिंदूवादी संगठनों की सक्रियता और पुलिस की एक्शन के बाद धर्मांतरण का सारा खेल सामने आया।
धार्मिक स्वतंत्रता कानून के तहत मामला दर्ज
हिंदू संगठनों की सक्रियता से यह मामला उजागर हुआ। हिंदूवादी संगठनों की शिकायत के बाद पुलिस प्रशासन ने एक्शन लिया है। पुलिस ने तुरंत मौके पर छापा कार्रवाई की, इस दौरान झोपड़ी में ईसाई धर्म से जुड़े कई धार्मिक ग्रंथ और प्रचार सामग्री जब्त की गई। पुलिस ने मामले में घटना की गंभीरता को देखते हुए मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल मामले में पुलिस जांच कर रही है।
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