Post Meal Blood Sugar : अगर आप डायबिटीज़ के मरीज हैं और खाना खाने के तुरंत बाद आपका ब्लड शुगर लेवल 350 mg/dL या उससे ज्यादा पहुंच जाता है, तो ये सामान्य बात नहीं है। यह स्थिति न सिर्फ खतरनाक है, बल्कि आपकी जान तक को जोखिम में डाल सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस स्थिति से बचने के लिए सही डायग्नोसिस, जीवनशैली में बदलाव और नियमित मॉनिटरिंग बेहद जरूरी है।
क्यों बढ़ता है खाना खाने के बाद शुगर लेवल?
सीके बिरला हॉस्पिटल, दिल्ली की डॉ. मनीषा अरोड़ा बताती हैं कि अगर शरीर में इंसुलिन नहीं बनता या इंसुलिन एडिपोसाइट्स (Fat Cells) में फंसा रह जाता है, तो वह शरीर में मौजूद ग्लूकोज को एनर्जी में नहीं बदल पाता। इसका सीधा असर ब्लड शुगर लेवल पर पड़ता है, जिससे वह बहुत तेजी से बढ़ जाता है।
हाई ग्लाइसेमिक फूड्स का सीधा असर
- मिठाई, केक, सफेद चावल और ब्रेड जैसे हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स से शुगर अचानक बढ़ती है
- ज्यादा कार्बोहाइड्रेट या मीठा खाना भी ब्लड शुगर को 350 mg/dL से ऊपर पहुंचा सकता है
- गलत इंसुलिन डोज, दवाओं का मिसयूज, तनाव और स्टेरॉइड का सेवन भी कारण हो सकते हैं
- ब्लड शुगर 350 mg/dL: कितना खतरनाक?
“अगर खाना खाने के बाद बार-बार शुगर लेवल 350 mg/dL तक पहुंच रहा है, तो यह आपकी आंखों, किडनी, दिल और नसों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।” डॉ. राजीव कोविल, डायबिटीज एक्सपर्ट, जैंड्रा हेल्थकेयर
शुगर को कंट्रोल में लाने के लिए अपनाएं ये उपाय
1. लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स खाएं
जैसे- साबुत अनाज, दालें, हरी सब्जियां, नट्स
2. नियमित व्यायाम करें
रोजाना 30-45 मिनट की वॉक या योग करें
3.दवाएं और इंसुलिन समय पर लें
डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज और समय का पालन करें
4. ब्लड शुगर की नियमित जांच करें
घर पर ग्लूकोमीटर से मॉनिटर करें और डेटा रिकॉर्ड करें
5. तनाव से दूर रहें और नींद पूरी लें
- कौन-सी सावधानियां बेहद जरूरी हैं?
- ग्लूकोमीटर से रोजाना फास्टिंग और पोस्ट-मील शुगर लेवल चेक करें
- इंसुलिन की डोज मिस न करें
- दवा और भोजन के समय में अनियमितता न बरतें
- डॉक्टर से रेगुलर कंसल्ट करते रहें
- अचानक थकान, पेशाब में वृद्धि या नजर धुंधली हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करेंये भी पढ़ें: National Best Friends Day 2025: जानिए क्यों ज़रूरी होते हैं अच्छे दोस्त, जो जीवन को बना देते हैं आसान