हाइलाइट्स
- मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में फर्जीवाड़ा।
- मामले में अब तक 8 जिलों में कुल 21 एफआईआर दर्ज।
- आधार सिस्टम की खामियां उजागर, UIDAI को दी जानकारी।
MP Police Constable Exam Scam Case Update: मध्य प्रदेश में पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में फर्जीवाड़े के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। अब तक प्रदेश के 8 जिलों में 21 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। मुरैना जिले के कोतवाली थाने में चार नई एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें उम्मीदवारों को आरोपी बनाया गया है। वहीं इस परीक्षा में आधार सिस्टम की खामियां सामने आने के बाद प्रदेश के अलावा देश की एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। भोपाल पुलिस मुख्यालय ने (UIDAI) आधार के अधिकारियों को सिस्टम की खामियों के बारे में बताया है और इन्हें सुधारने की सलाह दी है।
पुलिस आरक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा
मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में फर्जीवाड़े का मामले आने के लगातार जांच जारी है। जिसमें उम्मीदवारों ने आधार बायोमेट्रिक अपडेट के जरिए परीक्षा में गड़बड़ी की। चयनित उम्मीदवारों ने फोटो और फिंगरप्रिंट बदलकर, आधार कार्ड में हेरफेर कर सॉल्वर से परीक्षा दिलवाई। इस मामले में अब तक प्रदेश के 8 जिलों में 21 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।
आधार सिस्टम की खामियां उजागर
पुलिस मुख्यालय ने UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) को आधार अपडेशन सिस्टम की खामियों के बारे में बताया है। इसके बाद यूआईडीएआई की टीम ने पुलिस मुख्यालय का दौरा किया और सिस्टम की तकनीकी खामियों को देखा। एडीजी चयन एवं भर्ती सोनाली मिश्रा और इंटेलिजेंस शाखा के अफसरों ने यूआईडीएआई (Unique Identification Authority Of India) के अधिकारियों को आधार अपडेशन की प्रक्रिया को और मजबूत करने की सलाह दी।
चयनित उम्मीदवारों की आधार हिस्ट्री की जांच
पुलिस अब चयनित हुए हर उम्मीदवार की आधार हिस्ट्री खंगाल रही है, विशेष रूप से उन नामों की जांच की जा रही है जिन्होंने परीक्षा के कुछ दिन पहले और बाद में अपने आधार में अपडेट किया था।
मुरैना में चार नई एफआईआर दर्ज
अब मामले में मुरैना जिले के कोतवाली थाने में चार नई एफआईआर दर्ज की गई हैं, इन चारों एफआईआर में उम्मीदवारों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से तीन उम्मीदवारों ने परीक्षा के कुछ दिन पहले और बाद में अपने आधार में अपडेट किया था, जिससे बायोमेट्रिक सत्यापन में गड़बड़ी हुई। अब प्रदेश के 8 जिलों में एफआईआर का आंकड़ा 16 से बढ़कर 21 हो गया है।
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इन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
- 1. विनोद सिंह पिता प्रीतम सिंह, निवासी ग्राम गुर्जर बनवारी, पनिहार जिला-ग्वालियर
- 2. बदन सिंह पिता वासुदेव निवासी ग्राम मेदावली तह. विजयपुर, जिला श्योपुर
- 3. अंशुल पिता मेहताब सिंह निवासी ग्राम-पोस्ट बहेरा, गोरमी, जिला भिंड
- 4. अंकित सिंह पिता संतोष सिंह निवासी ग्राम महराजपुरा, चकर नगर, जिला-इटावा, यूपी
भर्ती माफिया ने की लिखित परीक्षा में गड़बड़ी
जांच में सामने आया है कि भर्ती माफिया ने केवल लिखित परीक्षा में ही गड़बड़ी की है। इन्होंने उम्मीदवार के आधार में बायोमेट्रिक अपडेट करवाई और परीक्षा के बाद इसे बदल भी लिया। नवंबर 2024 में मुरैना में 5 उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच में पहली बार गड़बड़ी मिली थी।
पुलिस भर्ती में चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा
पुलिस मुख्यालय को मिली जानकारी के अनुसार, कई नवआरक्षकों ने हेराफेरी कर रिटन एग्जाम में अपनी जगह सॉल्वर को बैठाया था। जांच में खुलासा हुआ कि इन लोगों ने आधार कार्ड में हेरफेर और फोटो और बायोमेट्रिक डेटा चेंज करके इस बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है। परीक्षा में पास होने के बाद इन अभ्यर्थियों ने फिर से आधार में अपनी असली पहचान अपडेट कर ली, जिससे भर्ती प्रक्रिया में धांधली कर चयन प्राप्त कर लिया। इसके बाद मामले में पुलिस मुख्यालय की चयन एवं भर्ती शाखा ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए फिर से आधार कार्ड का वेरिफिकेशन कराया तो बड़ी गड़बड़ियां सामने आईं।
जालसाजों ने भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के लिए असल उम्मीदवार के आधार कार्ड में सॉल्वर की फोटो और फिंगरप्रिंट लगवाए। सॉल्वर ने उसकी जगह लिखित परीक्षा दी। पास होने के बाद उम्मीदवार ने दोबारा अपनी असली फोटो आधार में लगवा ली और फिजिकल परीक्षा में खुद शामिल होकर चयनित हो गया। वे भर्ती प्रक्रिया में सफल हो गए।
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