हाइलाइट्स
- मंदिर के भूतल के सभी दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाई गई है।
- सिंहासन में भी शुद्ध सोने का उपयोग हुआ है।
- नई सड़कें, होटल और यात्री निवास बनाए जा रहे हैं।
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर में अब तक कितना सोना लगा है? इस सवाल का जवाब अब साफ हो गया है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने स्वयं इस बारे में जानकारी दी है। उनके अनुसार, अब तक मंदिर में कुल 45 किलो शुद्ध सोना लगाया जा चुका है, जिसकी अनुमानित कीमत कर-मुक्त स्थिति में लगभग 50 करोड़ रुपये है।
कहां-कहां इस्तेमाल हुआ सोना?
- मंदिर के भूतल के सभी दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाई गई है।
- सिंहासन में भी शुद्ध सोने का उपयोग हुआ है।
- इसके अलावा शेषावतार मंदिर में भी सोने का कार्य अभी चल रहा है। नृपेन्द्र मिश्रा ने आगे बताया कि“राम मंदिर में प्रयुक्त सोना 100% शुद्धता वाला है। यह दान और धार्मिक उद्देश्य के अनुरूप शुद्ध सोने का प्रयोग है।”
प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन पर क्या बोले मिश्रा?
राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 3 जून से 5 जून गंगा दशहरा तक चला, जिसके साथ अब यह चरण पूर्ण हो गया है। लेकिन दर्शन की व्यवस्था फिलहाल सीमित है। नृपेन्द्र मिश्रा ने कहा कि राजा राम के दरबार में फिलहाल श्रद्धालु सहजता से दर्शन नहीं कर सकते। एक व्यवस्थित प्रणाली के तहत निशुल्क पास जारी किए जाएंगे ताकि दर्शन सुरक्षित और नियंत्रित रूप से हो सके।”
निर्माण कार्य दिसंबर तक होगा पूर्ण
राम मंदिर का मुख्य निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन परिसर से जुड़ी कुछ अहम संरचनाएं जैसे:
- संग्रहालय
- सभागार
- गेस्ट हाउस का काम अभी पूरा नहीं हुआ है।
अयोध्या के विकास में भी तेजी
- राम मंदिर के निर्माण के बाद अयोध्या विश्वस्तरीय तीर्थ स्थल बन चुकी है। यहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
- टूरिज्म और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी तेज़ी से काम हो रहा है
- नई सड़कें, होटल और यात्री निवास बनाए जा रहे हैं।
- रेलवे और एयरपोर्ट सुविधाओं का भी विस्तार हो रहा है।
पहली बार सामने आई सोने की सटीक जानकारी
अब तक राम मंदिर में सोने के इस्तेमाल को लेकर कई तरह की अटकलें और खबरें आती रहीं, लेकिन यह पहली बार है जब ट्रस्ट ने स्पष्ट तौर पर 45 किलो सोने की पुष्टि की है।