CA ने ठुकराए दहेज में मिले 10 लाख, नोटों के बंडल वापस ले गए ससुर, पंडितजी ने 101 रूपए में कराई सगाई
सागर के एक युवा चार्टर्ड अकाउंटेंट ने दहेज प्रथा के खिलाफ एक अनोखी मिसाल पेश की है.. दरअसल नीलेश लोधी को सगाई में 10 लाख रुपए ससुराल पक्ष की ओर मिले थे, लेकिन नीलेश ने उसे लौटा दिए और सिर्फ 101 रुपए शगुन लेकर सगाई की.. इसके बाद नीलेश के ससुराल पक्ष के लोग नोटों के बंडल वापस ले जाते नजर आए.. खबर के मुताबिक सीए नीलेश की शादी रायसेन जिले के एक गांव में तय हुई थी. जब लड़की वाले लगुन लेकर सागर पहुंचे, तो उन्होंने दूल्हे को 10 लाख रुपए की पेशकश की.. लेकिन नीलेश ने पैसे लौटाते हुए साफ कहा कि उनकी नैतिकता इसे स्वीकार करने की इजाजत नहीं देती.. उन्होंने शादी भी बिना दहेज के करने का फैसला लिया है.. दहेज के खिलाफ उठाया गया ये नेक कदम देखकर सगाई में आए मेहमान भी चौंक गए.. लगन पूजन कराने आए पुजारी भी इस बात से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने दक्षिणा में मिले 2100 रुपए लौटा दिए और केवल 1 रुपए लेकर पूजन संपन्न कराया. नीलेश का कहना है, मैं हमेशा से ही दहेज प्रथा के खिलाफ रहा हूं, मैं नहीं चाहता था कि कोई भी पिता कर्ज लेकर अपनी बेटी की शादी करे.. आपको बता दें कि, नीलेश के पिता गौरी शंकर लोधी एक साधारण किसान हैं…