Solar Pump Subsidy Yojana, PM Kusum Yojana: भारत सरकार द्वारा 2019 में शुरू की गई प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM Yojana) आज किसानों के लिए न केवल सिंचाई का सस्ता विकल्प साबित हो रही है, बल्कि उन्हें अतिरिक्त आय का जरिया भी प्रदान कर रही है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को डीजल और बिजली के बढ़ते खर्च से छुटकारा दिलाकर उन्हें सोलर एनर्जी के माध्यम से सशक्त बनाना है।
सोलर पंप पर भारी सब्सिडी
PM Kusum Yojana के तहत किसानों को सोलर पंप और सोलर पावर प्लांट (Solar Pump Subsidy Yojana) लगाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कुल 60% तक की सब्सिडी मिलती है। इसके अलावा किसान केवल 10-40% की राशि खुद अदा करते हैं, बाकी पर बैंक लोन की सुविधा भी उपलब्ध है। इससे किसान कम लागत में सोलर पंप लगाकर 24 घंटे मुफ्त सिंचाई का लाभ उठा सकते हैं और फालतू बिजली को ग्रिड में बेचकर लंबे समय तक स्थायी आय भी अर्जित कर सकते हैं।
योजना के तीन स्तंभ, जो बनाते हैं इसे खास
PM-KUSUM Yojana को तीन प्रमुख हिस्सों में बांटा गया है, जिससे हर स्तर के किसान को इससे लाभ मिल सके। पहला, ग्रिड से जुड़े सोलर प्लांट जिसमें 500 KW से 2 MW तक के प्लांट लगाकर किसान बिजली कंपनियों को बिजली बेच सकते हैं। दूसरा, स्टैंडअलोन सोलर पंप जो खासकर उन क्षेत्रों के लिए है जहां अब तक बिजली नहीं पहुंची है। तीसरा, सोलराइजेशन ऑफ ग्रिड कनेक्टेड पंप्स, जिसके तहत मौजूदा बिजली पंप को सोलर में बदला जाता है और अतिरिक्त बिजली को बेचा जा सकता है।
बिल से राहत, आमदनी में इजाफा
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसान अब डीजल पंपों पर निर्भर नहीं रहते। इससे न केवल डीजल के खर्च में कटौती होती है, बल्कि प्रदूषण भी घटता है। इसके साथ ही किसानों को 24×7 बिजली की चिंता नहीं रहती, जिससे उनकी खेती निर्बाध रूप से जारी रहती है। अतिरिक्त बिजली की बिक्री से होने वाली कमाई एक नई आय का स्रोत बनती है, जिससे किसान आर्थिक रूप से और मजबूत बनते हैं।
PM Kusum Yojana में आवेदन कैसे करें?
अगर आप भी इस योजना (Solar Pump Subsidy Yojana) का लाभ लेना चाहते हैं, तो आप MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) की आधिकारिक वेबसाइट या अपने राज्य की न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ आधार कार्ड, ज़मीन के दस्तावेज़ और बैंक डिटेल्स जमा करनी होती हैं। एक बार आवेदन स्वीकृत हो जाने पर एजेंसी खुद आपके खेत में सोलर पंप या प्लांट स्थापित करवाती है।
ये भी पढ़ें: Pension Scheme: केंद्र सरकार के पेंशन योजना को लेकर बढ़ी नाराजगी; UPS से खुश नहीं कर्मचारी, OPS को लेकर तेज हुई मांग
सोलर क्रांति से बदल रही है खेती
PM Kusum Yojana महज एक योजना नहीं, बल्कि किसानों के भविष्य की एक ऊर्जा क्रांति है। इससे वे केवल खेती ही नहीं कर रहे, बल्कि अब ऊर्जा उत्पादक भी बन चुके हैं। भारत में कृषि की लागत लगातार बढ़ती जा रही है, ऐसे में यह योजना किसानों के लिए सचमुच ‘डबल मुनाफे’ की सौगात है। आज जिन किसानों ने इसे अपनाया है, वे न सिर्फ सिंचाई में आत्मनिर्भर हैं, बल्कि बिजली बेचकर आर्थिक रूप से भी सशक्त हो चुके हैं।
ये भी पढ़ें: Gardening Tips: घर की छत पर उगाएं ताजी और शुद्ध सब्जियां! जानें किचन गार्डनिंग के आसान और असरदार टिप्स