हाइलाइट्स
- लखनऊ कलेक्ट्रेट की महिला कर्मी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ी गई
- पेंशन वेरिफिकेशन के लिए मांगे थे 12 हजार रुपए
- विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर की गिरफ्तारी, जांच जारी
Lucknow DM Office Bribery Case: राजधानी लखनऊ के जिलाधिकारी कार्यालय (कलेक्ट्रेट) में तैनात एक महिला कर्मचारी को शनिवार को विजिलेंस टीम ने 12 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महिला का नाम चंद्रमाला पटेल है, जो पेंशन अनुभाग की हेल्प डेस्क पर तैनात है।
पेंशन वेरिफिकेशन के नाम पर मांगी रिश्वत
जानकारी के अनुसार, चंद्रमाला पटेल ने एक महिला से पेंशन वेरिफिकेशन कराने के नाम पर 12 हजार रुपए की मांग की थी। पीड़िता ने सभी वैध दस्तावेजों के साथ पेंशन प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश की, लेकिन चंद्रमाला ने बिना घूस दिए काम न करने की बात कही।
एंटी करप्शन ब्यूरो में की गई शिकायत
इस पर पीड़िता ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया और शनिवार को चंद्रमाला पटेल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
कई शाखाओं की जिम्मेदारी थी चंद्रमाला के पास
चंद्रमाला पटेल की नियुक्ति पेंशन अनुभाग की हेल्प डेस्क पर है और उसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की गोमती नगर, महानगर, इंदिरानगर, अशोक मार्ग, खदरा, बुद्धेश्वर, अलीगंज, चारबाग, हुसैनगंज, जवाहर भवन, बेहटा, सबौली, इस्माइलगंज, जेल रोड, सआदतगंज, अर्जुनगंज, एलडीए कॉलोनी, इंजीनियरिंग कॉलेज, एपी सेन रोड और उतरेठिया शाखाओं से जुड़े मामलों की जिम्मेदारी दी गई है।
विजिलेंस जांच जारी
फिलहाल विजिलेंस टीम ने आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है। इस घटना के सामने आने के बाद कलेक्ट्रेट कार्यालय की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
UP Teacher Earning Salary: यूपी में शिक्षकों का बुरा हाल, हर महीने उठा रहे 92 हजार, फिर भी नहीं लिख पा रहे बृहस्पतिवार
उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक मदरसा शिक्षक का हाल देखकर जिला अल्पसंख्यक अधिकारी हैरान रह गए। उन्होंने पाया कि कक्षा सात के छात्र सप्ताह के सात दिनों के नाम तक ठीक से नहीं लिख सकते थे। अफसोस की बात यह थी कि 92 हजार रुपये के वेतन पर पढ़ाने वाले शिक्षक भी बच्चों की इन गलतियों को नहीं पकड़ पाए। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें