हाइलाइट्स
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भोपाल रेप ब्लैकमेलिंग केस
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NCW ने सीएम मोहन यादव को सौंपी रिपोर्ट
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आरोपियों ने छात्राओं को लालच देकर फंसाया
Bhopal Rape Blackmailing Case: भोपाल के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्राओं से रेप और ब्लैकमेलिंग केस में नेशनल कमीशन फॉर वूमेन (NCW) की जांच समिति ने हैरान करने वाले खुलासे किए हैं। महिला आयोग की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने कहा है कि आरोपियों ने छात्राओं को महंगे गिफ्ट और लग्जरी गाड़ियों का लालच देकर फंसाया और फिर रेप की वारदात को अंजाम दिया। 5 मई को राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम कॉलेज जांच के लिए पहुंची थी।
नशीली दवाई मिलाकर किया दुष्कर्म
आरोपी लड़कियों की कोल्ड ड्रिंक में नशीली गोली मिलाते थे। फिर उनके साथ दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते थे। आरोपियों ने पीड़िताओं को धमकाया भी कि वे दूसरी छात्राओं को भी उनके चंगुल में फंसाए, वरना वे वीडियो सोशल मीडिया पर डाल देंगे।
धर्म परिवर्तन और संगठित आपराधिक नेटवर्क
राष्ट्रीय महिला आयोग का कहना है कि इस केस में सिर्फ यौन अपराध ही नहीं, बल्कि जबरन धर्म परिवर्तन और संगठित आपराधिक नेटवर्क का भी रोल सामने आ रहा है। NCW की जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और राज्यपाल मंगूभाई पटेल को सौंपी है। कमेटी ने पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए कड़ी और कठोर कार्रवाई की मांग की है।
NCW की टीम में ये थे शामिल
NCW की जांच कमेटी को ड्रग तस्करी और बड़े आपराधिक नेटवर्क की आशंका है। NCW की टीम में पूर्व IPS निर्मल कौर, वकील निर्मला नायक और अंडर सेक्रेटरी आशुतोष पांडे शामिल थे। इस टीम ने 3 से 5 मई तक भोपाल का दौरा किया। जांच टीम ने पीड़ित छात्राओं, उनके परिवारों, पुलिस अधिकारियों और कॉलेज प्रशासन से भी मुलाकात की।
आरोपियों ने लालच देकर लड़कियों को फंसाया
आरोपियों ने प्रदेश के छोटे तबकों से आईं लड़कियों को गिफ्ट, महंगी गाड़ी और लग्जरी लाइफस्टाइल का लालच देकर अपने चंगुल में फंसाया। पहले दोस्ती की और फिर दुष्कर्म करके ब्लैकमेल किया।
स्टूडेंट्स पर डाला धर्म परिवर्तन का दबाव
NCW ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कुछ मामलों में पीड़िताओं पर धर्म बदलने के लिए दबाव डाला गया। जांच में ये भी सामने आया कि सभी आरोपियों की आर्थिक स्थिति सामान्य थी, लेकिन उनका हाईप्रोफाइल लाइफस्टाइल इस बात को दिखाता है कि उनका कनेक्शन ड्रग्स तस्करी या किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क से हो सकता है।
NCW की MP सरकार से सिफारिश
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने ये भी सिफारिश की है कि मध्यप्रदेश सरकार इस पूरे मामले की गहराई से जांच कराए, जिसमें बाहरी फंडिंग, वैचारिक प्रभाव और प्राइवेट संस्थानों द्वारा सरकारी योजनाओं, जमीन और शिक्षा निधियों के दुरुपयोग की संभावना को भी शामिल किया जाना चाहिए।
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