Sushasan Tihar CM Vishnu Deo Sai Action: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सुशासन तिहार के मौके पर कड़े एक्शन मोड में नजर आए। CM साय ने समीक्षा बैठक में मुंगेली और जीपीएम (गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही) जिले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने फील्ड में लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर त्वरित कार्रवाई कर स्पष्ट संदेश दिया कि अब कामचोरी नहीं चलेगी।

जल संसाधन विभाग के EE सस्पेंड
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुंगेली जिले के जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आर.के. मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया है। उन्होंने दो अहम सिंचाई परियोजनाओं (मनियारी जलाशय और पथरिया जलाशय) को वर्षों से अधूरा छोड़ने को गंभीर लापरवाही माना।
साथ ही उन्होंने जीपीएम जिले के जिला शिक्षा अधिकारी जगदीश कुमार शास्त्री को भी उनके पद से हटाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में जिले का खराब प्रदर्शन शिक्षा विभाग की नाकामी को दर्शाता है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

ग्राउंड पर हीं CM ने लगाई फटकार
जीपीएम जिले के चुकतीपानी गांव में जन चौपाल लगाकर मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बन रही सड़क की गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिलने पर उन्होंने जीपीएम कलेक्टर लीना मंडावी को फटकार लगाई और आदेश दिया कि वे स्वयं जाकर सड़क का निरीक्षण करें। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा, “कमेटी बनाने की जरूरत नहीं है, खुद जाकर देखें। गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होगा।”
सब इंजीनियर पर भड़के सीएम, बोले- “गेट आउट!”
जन चौपाल (Sushasan Tihar) के दौरान ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या उठाई, जिस पर जल जीवन मिशन के काम में लापरवाही के लिए मुख्यमंत्री ने PHE विभाग के सब इंजीनियर को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा – “काम करो या सस्पेंड होने के लिए तैयार रहो। ये सरकार का काम है, कोई मजाक नहीं। गेट आउट!”
सीएम साय के इन फैसलों से साफ है कि वे छत्तीसगढ़ में सुशासन की एक नई लकीर खींचना चाहते हैं। उनके तेवर यह संकेत देते हैं कि अब विभागीय लापरवाही और जिम्मेदारी से भागने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सुशासन तिहार उनके लिए सिर्फ आयोजन नहीं, एक्शन का अवसर है।
ये भी पढ़ें: जांजगीर में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’: सचिन पायलट और भूपेश बघेल की मौजूदगी, दलित वोटबैंक साधने की रणनीति शुरू