हाइलाइट्स
- औचक निरीक्षण से पहले रातभर चला सफाई का दिखावटी अभियान
- सुरेश खन्ना ने नगर आयुक्त को अव्यवस्था पर लगाई फटकार
- वर्षों से जलभराव की समस्या पर मंत्री ने दिए नाला निर्माण के आदेश
Suresh Khanna Inspection: राजधानी लखनऊ में नगर निगम की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। लखनऊ के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना के सोमवार सुबह के औचक निरीक्षण की भनक नगर निगम को पहले ही लग गई, जिसके बाद सफाई व्यवस्था सुधारने के नाम पर रातभर ‘सफाई अभियान’ चलता रहा। निरीक्षण से पहले ही नगर आयुक्त के निर्देश पर जेसीबी मशीनें, कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां और सफाईकर्मियों की पूरी फौज सरोजनी नगर द्वितीय वार्ड में उतार दी गई।
आधी रात से शुरू हुआ सफाई अभियान

रविवार की आधी रात करीब 12 बजे नगर निगम ने सरोजनी नगर के आजाद नगर और तपोवन नगर में विशेष सफाई अभियान चलाया। नालियों की सफाई, कूड़े के ढेरों को हटाने का काम रातभर चलता रहा ताकि सुबह मंत्री को अव्यवस्थाएं न दिखें। हालांकि बावजूद इसके, मंत्री सुरेश खन्ना ने निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त को फटकार लगाई और मौके की स्थिति पर नाराजगी जताई।
पैदल निरीक्षण में सामने आई हकीकत


सुबह करीब 8:30 बजे सुरेश खन्ना आजाद नगर और तपोवन नगर पहुंचे। उन्होंने पैदल गलियों का दौरा किया और नालियों की स्थिति देखी। स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि मंगल पांडे पार्क के पास जलभराव की समस्या वर्षों पुरानी है। इस पर मंत्री ने नगर आयुक्त को पार्क से सुखरानी क्लिनिक तक 400 मीटर नाले के निर्माण के निर्देश दिए।
नागरिकों ने रखी समस्याएं

निरीक्षण के दौरान नागरिकों ने जलनिकासी की खराब व्यवस्था पर चिंता जताई। लोगों ने बताया कि कॉलोनी के घरों का गंदा पानी पार्क के पास जमा होता है, जिससे बदबू और बीमारियों का खतरा बना रहता है। मंत्री ने इस पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
कौन-कौन रहा मौजूद
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त, स्थानीय पार्षद रामनरेश रावत, जोनल अधिकारी, नगर अभियंता और स्वच्छता समिति अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी मौजूद रहे।
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