हाईलाइट्स
- मैहर में हैंडपंप बीच में छोड़ ठेकदार ने बना दी सड़क
- कमिश्नर के निर्देश पर एक्शन: रोड से हटाया गया हैंडपंप
- हादसों को न्योता दे रहा था सड़क पर खड़ा हैंडपंप
Maihar Road Handpump Controversy: मध्य प्रदेश के मैहर में लापरवाही की एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने प्रदेश की इंजीनियरिंग कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए। सड़क चौड़ीकरण के दौरान एक ठेकेदार ने सड़क के बीचों-बीच लगे हैंडपंप को हटाए बिना डामरीकरण कर दिया। जब यह मामला मीडिया में आया, तब प्रशासन ने तुरंत सक्रियता दिखाई। रीवा कमिश्नर बीएस जामोद के निर्देश पर सड़क निर्माण कंपनी और पीएचई विभाग, एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने मिलकर हैंडपंप को हटा दिया है। सड़क पर खड़ा यह हैंडपंप हादसों को न्योता दे रहा था।
हैंडपंप को हटाए बिना बनाई गई सड़क
दरअसल, मैहर में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने न केवल प्रशासन को बल्कि आम जनता को भी चौंका दिया। यहां रामनगर में जिगना- भैसरहा मार्ग पर सड़क निर्माण कार्य हो रहा था। इस सड़क का निर्माण शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी करा रही है, कंपनी ने सड़क चौड़ीकरण के दौरान सड़क के बीचों-बीच खड़े हैंडपंप को हटाए बिना ही डामरीकरण कर दिया। यह हैंडपंप हादसों का कारण बन रहा था।
बिना हैंडपंप हटाए कर दिया डामरीकरण
यह काम मध्य प्रदेश रोड डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPRDC) की निगरानी में चल रहा है। सड़क के चौड़ीकरण के दौरान स्थायी ढांचों को हटाया जाता है, नहीं यह काम संबंधित विभाग को दिया जाता है। लेकिन इस सड़क निर्माण कार्य में जमकर लापरवाही बरती गई। कंपनी ने बीच में आए हैंडपंप को हटान के लिए न तो पीएचई विभाग को सूचना दी, ना ही खुद से इसे हटाने में गंभीरता दिखाई।
मीडिया रिपोर्ट के बाद हरकत में आया प्रशासन
सड़क निर्माण में हुई इस लापरवाही को लेकर स्थानीय लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई थी। उनका कहना है कि सड़क के बीच में खड़ा यह हैंडपंप हादसे को न्योता दे रहा है। इस मामले को मीडिया में प्रमुखता से दिखाया गया, जिसके बाद रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद ने गंभीरता दिखाई और हैंडपंप को तुरंत हटाने के निर्देश दिए। कमिश्नर के सख्त आदेश के बाद शनिवार को पीएचई विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और हैंडपंप को खोल कर रास्ते से हटा दिया है, अब रोड सही और सुरक्षित नजर आ रही है।
एमपीआरडीसी और ठेकेदार की लापरवाही
मध्य प्रदेश रोड डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPRDC) के तहत जिगना से भैसरहा होते हुए गोविंदगढ़ तक सड़क निर्माण हो रहा था। इस सड़क के एक हिस्से पर ठेकेदार ने बिना हैंडपंप हटाए ही काम पूरा कर दिया, जिससे कई बार छोटे-मोटे हादसे भी हुए।
ये खबर भी पढ़ें… Gwalior News: पत्नी ही निकली इंस्टाग्राम वाली गर्लफ्रेंड, रेस्टोरेंट में खुल गई अय्याश पति की पोल, सच्चाई सुनकर उड़े होश
पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश पर हो रहा था काम
रामनगर से गोविंदगढ़ तक की सड़क के चौड़ीकरण का कार्य पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू हुआ था। इसके लिए दो ठेकेदार नियुक्त किए गए थे। लेकिन जमीनी स्तर पर की गई लापरवाही ने सरकारी योजनाओं की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए।
आगे क्या कार्रवाई होगी?
कमिश्नर ने न केवल हैंडपंप हटाने के निर्देश दिए, बल्कि संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों से जवाब तलब करने की बात भी कही है। अब देखना यह होगा कि इस लापरवाही पर क्या सख्त कदम उठाए जाते हैं।
ऐसी ही ताजा खबरों के लिए बंसल न्यूज से जुड़े रहें और हमें X, Facebook, WhatsApp, Instagram पर फॉलो करें। हमारे यू-ट्यूब चैनल Bansal News MPCG को सब्सक्राइब करें।
MP में 133 साल पुरानी जमीन पर रक्षा मंत्रालय का कब्जा: हाईकोर्ट ने कार्रवाई को बताया गलत, कहा- तुरंत लौटाया जाए कब्जा
Mhow land Dispute: मध्य प्रदेश के महू में स्थित 133 साल पुरानी 1.8 एकड़ जमीन पर रक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए जबरन कब्जे को लेकर इंदौर हाईकोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई है। कोर्ट ने मंत्रालय की कार्रवाई को गलत बताते हुए कब्जा तुरंत हटाने का आदेश दिया है। यह जमीन 1892 में खरीदी गई थी और 1995 से विवादों में है। कब्जा किए जाने के मामले में हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने संबंधित विभाग को कड़ी फटकार लगाई है। इस खबर को पूरा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…