CG Teacher Rationalization: छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग की नई युक्तियुक्तकरण नीति 2025 (Teacher Rationalization Policy 2025) को लेकर प्रदेश शिक्षक फेडरेशन ने मोर्चा खोल दिया है।
फेडरेशन के बिलासपुर संभागीय संयुक्त सचिव अशोक कुमार चौहान, सक्ती जिलाध्यक्ष टीकाराम सारथी, जिला महामंत्री रूपलाल पटेल और प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी ने इसे शिक्षा विरोधी नीति करार देते हुए मुख्यमंत्री और स्कूल शिक्षा सचिव को ज्ञापन सौंपा है।
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75 हजार शिक्षक पद खाली, फिर भी नियुक्तियों में कटौती
फेडरेशन ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 75,000 शिक्षक पद खाली हैं, ऐसे में शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के बजाय विभाग युक्तियुक्तकरण के नाम पर शिक्षकों की संख्या कम कर रहा है। इससे विद्यार्थियों को कक्षावार विषय शिक्षक नहीं मिल पाएंगे जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के खिलाफ है।
त्रुटिपूर्ण नीति की नकल है 2025 की नई नीति
शिक्षक नेताओं का कहना है कि नई युक्तियुक्तकरण नीति 28 अप्रैल 2025 की, पूरी तरह 2 अगस्त 2024 के पुराने निर्देशों की नकल है। पिछली नीति की कमियों को दूर करने के बजाय उसे ही दोबारा लागू कर दिया गया है।
विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में: फेडरेशन
फेडरेशन ने सवाल उठाया है कि जब किसी विद्यालय में 5 कक्षाएं और 4 विषय हैं, तो 1 प्रधानपाठक और 1 शिक्षक कैसे सारी पढ़ाई संभाल सकते हैं? पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्तर पर भी शिक्षक संख्या में कटौती कर दी गई है जबकि पीरियड और विषय वही हैं।
पदोन्नति और नियुक्तियों पर भी पड़ेगा असर
फेडरेशन का यह भी कहना है कि युक्तियुक्तकरण के चलते न केवल वर्तमान पदस्थापना प्रभावित होगी, बल्कि भविष्य में होने वाली पदोन्नतियों और नई भर्तियों पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा। साथ ही, फीडर पदों और उच्च पदों की गणना को लेकर भी गंभीर आपत्ति जताई गई है।
नीति पर तत्काल रोक और संशोधन की मांग
फेडरेशन ने स्पष्ट कहा कि जब तक इस नीति के त्रुटिपूर्ण बिंदुओं पर पुनर्विचार नहीं किया जाता, तब तक इसके क्रियान्वयन पर रोक लगाई जाए। फेडरेशन ने सरकार से विद्यार्थियों के हित में युक्तियुक्त और व्यावहारिक नीति बनाने की मांग की है।
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