हाइलाइट्स
- सीहोर में स्वास्थ्य विभाग की महिला अधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार
- लोकायुक्त ने 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा, केस दर्ज
- बिल-वाउचर भुगतान के एवज में सीएमओ से मांगी थी रिश्वत
Sehore Bribery Case: मध्य प्रदेश में भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई लगातार जारी है। लोकायुक्त की धरपकड़ के बाद भी रिश्वतखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ताजा मामला सीहोर के भेरूंदा से सामने आया है, जहां भोपाल लोकायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की महिला अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर व प्रभारी लेखपाल निशा अचले पर आरोप है कि वह उप स्वास्थ्य केंद्रों से बिल-वाउचर भुगतान के एवज में रिश्वत वसूल रही थीं। एक सीएचओ की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त ने उन्हें ट्रैप किया और गिरफ्तार कर लिया।
रिश्वत लेते महिला अधिकारी अरेस्ट
स्वास्थ्य सेवाओं की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए सीहोर के भेरुंडा क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की महिला अधिकारी को 6 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
सीएचओ की शिकायत पर लोकायुक्त की कार्रवाई
भोपाल लोकायुक्त ने यह कार्रवाई भेरुंडा क्षेत्र की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) नर्मदी अश्वारे की शिकायत पर की है। महिला सीएचओ ने 15 मई को भोपाल लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी। लोकायुक्त पुलिस में शिकायत में बताया कि ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर और लेखपाल प्रभारी निशा अचले प्रत्येक उप स्वास्थ्य केंद्र से बिल और वाउचर क्लियर कराने के लिए रिश्वत मांग रही हैं।
बिल भुगतान के लिए मांगी थी रिश्वत
सीएचओ नर्मदी अश्वारे की शिकायत के अनुसार, भेरुंडा क्षेत्र में 27 उप स्वास्थ्य केंद्र आते हैं। प्रत्येक केंद्र को 50 हजार वार्षिक और वेलनेस एक्टिविटी के लिए 5 हजार रुपए अलग से मिलते हैं। महिला अधिकारी निशा अचले ने उप स्वास्थ्य केंद्र से बिल-वाउचर जमा करने के एवज में हर केंद्र के लिए रिश्वत की डिमांड की थी।
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लोकायुक्त की टीम ने ऐसे मारा छापा
शिकायत के सत्यापन के बाद 16 मई को भोपाल लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपी अधिकारी की गिरफ्तारी के लिए ट्रैप टीम का गठन किया गया। इसके बाद लोकायुक्त टीम सीहोर पहुंची और देर रात आरोपी अधिकारी को उनके घर के बाहर रोड पर 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
मामले में होगी विभागीय कार्रवाई: बीएमओ
मामले में भेरुंडा के बीएमओ डॉ. मनीष सारस्वत का कहना है कि लोकायुक्त द्वारा आधिकारिक सूचना मिलने के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी। मामले में डीएसपी दिलीप झारबड़े और निरीक्षक उमा कुशवाह की टीम ने ट्रैप को अंजाम दिया। फिलहाल मामले में आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
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