हाइलाइट्स
- 4 मई को हुआ था नीट का एग्जाम
- इंदौर में आंधी बारिश से पेपर के टाइम गुल हो गई थी लाइट
- हाईकार्ट की इंदौर खंडपीठ ने लगाई रिजल्ट पर रोक
NEET-UG 2025 Result Update HC: नीट यूजी 2025 परीक्षा को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने नीट के परीक्षा परिणामों पर रोक के आदेश दिए हैं।
आपको बता दें इस महीने 4 मई को नीट यूजी 2025 का पेपर हुआ था। इस दौरान इंदौर में आंधी बारिश के चलते कई सेंटरों पर लाइट गुल हो गई थी। जिसके चलते परीक्षार्थियों को अंधेरें में पेपर देना पड़ा था। इस मामले में हाई कोर्ट ने एनटीए और बिजली कंपनी को नोटिस भी जारी किया है।
5 हजार से ज्यादा छात्रों ने दी अंधेरे में परीक्षा
4 मई 2025 को इंदौर में आयोजित NEET-UG 2025 परीक्षा के दौरान तेज बारिश और आंधी के कारण कई परीक्षा केंद्रों पर बिजली चली गई, जिससे 5,000 से ज्यादा परीक्षार्थियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
छात्रों ने बताया कि कई सेंटरों में तो सिर्फ एक मोमबत्ती की रोशनी में परीक्षा कराई गई। पेपर तक ठीक से पढ़ पाना मुश्किल था।
इस मामले में जब शिकायत हाई कोर्ट तक पहुंची, तो इंदौर खंडपीठ ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने NEET 2025 के अंतिम परिणाम पर रोक लगा दी है और NTA, बिजली कंपनी और परीक्षा केंद्र को नोटिस भेजकर 30 जून तक जवाब मांगा है।
कोर्ट का क्या कहना है?
कोर्ट ने कहा है कि इससे पहले भी NTA से जवाब मांगा गया था, लेकिन अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसलिए जब तक कोर्ट अपना अंतिम फैसला नहीं सुनाता, NEET का रिजल्ट जारी नहीं किया जाए।
क्या हुआ था परीक्षा वाले दिन?
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इंदौर के 4 सेंटरों में परीक्षा हो रही थी।
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बारिश और तेज आंधी से बिजली सप्लाई ठप हो गई।
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कई हॉल में अंधेरा था, जहां एक मोमबत्ती की रोशनी में छात्र परीक्षा दे रहे थे।
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छात्रों ने बताया कि कई लोग प्रश्न पत्र तक नहीं पढ़ पाए।
छात्रों की मांग – दोबारा हो परीक्षा
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प्रभावित छात्र चाहते हैं कि NEET की परीक्षा दोबारा कराई जाए।
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उनका कहना है कि अंधेरे में परीक्षा देना अन्यायपूर्ण है और इसका असर उनके रिजल्ट और करियर पर पड़ेगा।
पहले भी हो चुके हैं दोबारा एग्जाम
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2016 में ओडिशा में आए चक्रवात के कारण प्रभावित छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा कराई गई थी।
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2022 में भी होशंगाबाद समेत कई सेंटरों पर गड़बड़ी के चलते री-एग्जाम कराया गया था।
NEET का महत्व – एक ही रास्ता मेडिकल में दाखिले का
NEET के जरिए ही MBBS, BDS, आयुर्वेद, होम्योपैथी, नर्सिंग और वेटनरी जैसे कोर्सों में एडमिशन होता है। अगर छात्रों को दोबारा परीक्षा का मौका नहीं मिला, तो उनका पूरा साल बर्बाद हो सकता है।