BSF Constable Purnam Kumar: भारत के लिए राहत की खबर है। बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार को पाकिस्तान ने 20 दिन बाद रिहा कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें अटारी-वाघा बॉर्डर पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा। सुबह करीब 10:30 बजे कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार वतन लौटे। अब उनसे सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
कैसे पहुंचे पूर्णम कुमार पाकिस्तान?
पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गए थे। इसके बाद पाक रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उन्हें करीब 20 दिनों तक पाकिस्तान की गिरफ्त में रखा गया। इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के कारण चिंता और बढ़ गई थी।
पत्नी ने जताई थी उम्मीद, ममता बनर्जी ने की थी बात
पूर्णम कुमार की पत्नी राजनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि DGMO (Director General of Military Operations) बातचीत में उनके पति का मामला उठेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें फोन कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया था। मुख्यमंत्री ने उनके ससुरालवालों के इलाज की भी बात कही थी।
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पहलगाम आतंकी हमला और ‘ऑपरेशन सिंदूर’
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया था। यह हमला पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा किया गया, जिसमें पर्यटकों और नागरिकों को निशाना बनाया गया। इसे 26/11 मुंबई हमलों के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना गया।
🇮🇳 इसके जवाब में भारत ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इसमें भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना ने मिलकर PoK और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इस ऑपरेशन ने आतंकी इन्फ्रास्ट्रक्चर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।
पाकिस्तान का जवाबी हमला और भारत की रक्षा रणनीति
7-8 मई की रात पाकिस्तान ने श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट और अमृतसर सहित भारत के 15 सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइल हमलों से निशाना बनाने की कोशिश की।
लेकिन, भारतीय वायु सेना और नौसेना की एकीकृत वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को नाकाम कर दिया।
भारतीय नौसेना के Carrier Battle Group ने समुद्री मोर्चे पर पाकिस्तान की गतिविधियों को रोकते हुए वायु हमलों को निष्क्रिय कर दिया।
पूर्णम कुमार कैसे पहुंच गए पाकिस्तान?
बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गए थे। यह घटना उस समय हुई जब वे पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात थे। सीमा पार करने के तुरंत बाद ही पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
इसी दौरान भारत ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इसके जवाब में पाकिस्तान की ओर से भी ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया। इस पूरे घटनाक्रम के बीच पूर्णम कुमार के परिवार की चिंता चरम पर पहुंच गई थी।
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