Jabalpur News: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के मझगवां कस्बे में पुलिसिया बर्बरता का शर्मनाक मामला सामने आया है। एक दंपति के साथ सरेआम हुई बदसलूकी और मारपीट का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पूरा प्रशासन हरकत में आ गया। बाजार में अपनी पत्नी और दो साल के मासूम बच्चे के साथ आए भोलू नामक युवक को सिर्फ इस बात पर थाना प्रभारी ने पीटना शुरू कर दिया कि उसकी बाइक सड़क किनारे खड़ी थी। महिला की बार-बार की मिन्नतें, “साहब, चालान बना दो, मत मारो”, दिल पिघलाने के लिए काफी थीं, लेकिन टीआई धन्नू सिंह पर कोई असर नहीं पड़ा।
भरे बाजार में थप्पड़ों की बौछार
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मझगवां के मुख्य बाजार में यह तमाशा करीब आधे घंटे तक चला। टीआई ने न केवल युवक को थप्पड़ मारे, बल्कि उसे घसीटते हुए थाने ले जाया गया। वायरल वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि कैसे एक महिला गिड़गिड़ा रही है और पुलिस वाले पूरी तरह संवेदनहीन बने खड़े हैं। इस दौरान बाजार में मौजूद ग्रामीणों और व्यापारियों ने टीआई के इस बर्ताव का विरोध भी किया, लेकिन किसी की एक न चली।

टीआई धन्नू सिंह लाइन अटैच
सोशल मीडिया पर घटना के वीडियो वायरल होते ही जबलपुर के एसपी संपत उपाध्याय ने सख्त रुख अपनाते हुए मझगवां टीआई धन्नू सिंह को लाइन अटैच कर दिया। एसपी ने स्पष्ट कहा है कि “पुलिस बल में किसी भी प्रकार की क्रूरता और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी के खिलाफ आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।” मामले की जांच के लिए सिहोरा एसडीओपी पारुल शर्मा को नियुक्त किया गया है, जो पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करेंगी।
कांग्रेस का अल्टीमेटम
इस घटना ने न केवल जनता को झकझोरा, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। कांग्रेस पार्टी ने इस कृत्य को “पुलिसिया तानाशाही” करार देते हुए प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी टीआई को बर्खास्त नहीं किया गया, तो वे मझगवां थाने का घेराव करेंगे और ज़ोरदार जन आंदोलन खड़ा करेंगे। कांग्रेस का कहना है कि “जब वर्दी में बैठे लोग ही महिलाओं की गरिमा को रौंदने लगे, तो कानून को जवाब मांगना चाहिए।”
केवल ‘लाइन अटैच’ काफी नहीं, पीड़ितों को चाहिए न्याय
इस पूरी घटना ने एक बार फिर से पुलिसिया रवैये और तंत्र की खानापूर्ति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भले ही टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया हो, लेकिन क्या यह पर्याप्त कार्रवाई है? पीड़ित युवक और उसकी पत्नी अब सवाल कर रहे हैं कि जब वीडियो में सब कुछ स्पष्ट है, तो एफआईआर अब तक क्यों नहीं हुई? क्या सिर्फ लाइन अटैच कर देना इंसाफ है, या वर्दी की जिम्मेदारी भी तय होगी?
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
घटना का वीडियो वायरल होते ही इंटरनेट पर हंगामा मच गया। यूजर्स ने पुलिस की निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। कई लोगों ने लिखा कि “ये वही पुलिस है, जो हमारी रक्षा के लिए होती है?” वीडियो ने एक बार फिर से आम जनता और कानून व्यवस्था के बीच के भरोसे को झकझोर कर रख दिया है।