Stock Market Crash, Infosys and HUL Share Price: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और उसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते टकराव का असर सिर्फ सीमाओं तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था और खास तौर पर शेयर बाजार पर भी पड़ा।
बीते हफ्ते निवेशकों को बाजार में करीब डेढ़ फीसदी की गिरावट का सामना करना पड़ा, जिससे देश की दिग्गज कंपनियों के मार्केट कैप (Stock Market Crash) में भारी कमी आई। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के बीच दो कंपनियों ने न केवल गिरावट को मात दी, बल्कि मुनाफा भी कमाया।
जब रिलायंस और बड़े बैंक हुए बेहाल, Infosys और HUL ने बटोरी कमाई

इस भू-राजनीतिक तनाव के माहौल में निवेशकों ने बचाव की रणनीति अपनाई, जिससे कई डिफेंसिव सेक्टर की कंपनियों को फायदा हुआ। खास तौर पर हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) और इंफोसिस (Infosys) जैसी कंपनियों ने इस संकट को अवसर में बदल दिया। HUL के मार्केट कैप में 2,537.56 करोड़ रुपये और इंफोसिस के मार्केट कैप में 415.33 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
इस बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी दिग्गज कंपनी को 59,799.34 करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। वहीं ICICI बैंक, HDFC बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसी प्रमुख वित्तीय संस्थानों की वैल्यूएशन में भी भारी गिरावट देखने को मिली।
डिफेंसिव सेक्टर्स में दिखा निवेशकों का भरोसा
जब बाजार (Stock Market Crash) में अस्थिरता बढ़ती है, तब निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख करते हैं। FMCG और IT सेक्टर ऐसे ही दो क्षेत्र हैं जो हर परिस्थिति में बेहतर प्रदर्शन की क्षमता रखते हैं। यही वजह है कि HUL और Infosys जैसी कंपनियों ने विपरीत माहौल में भी मजबूती दिखाई। FMCG सेक्टर में HUL का कंज्यूमर प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और IT सेक्टर में Infosys की मजबूत क्लाइंट बेस और ग्लोबल डिलीवरी मॉडल ने निवेशकों को भरोसा दिलाया।
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बाजार में गिरावट के बीच इन दो कंपनियों ने दिखाई भारत की ताकत
ऐसे समय में जब भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने देश के बाजार को हिला दिया, तब Infosys और HUL जैसी कंपनियों का मजबूत रहना यह दिखाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था अब केवल कुछ गिनी-चुनी कंपनियों पर निर्भर नहीं है। विविध क्षेत्रों में फैली मजबूत कंपनियां देश की आर्थिक स्थिरता की रीढ़ बन रही हैं।
क्या फिर बदलेगा बाजार का मिजाज?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी सैन्य कार्रवाइयों और सीमा पर बढ़ते तनाव का असर फिलहाल बाजार पर पड़ा है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे स्थितियां सामान्य होंगी, बाजार दोबारा रफ्तार पकड़ेगा। ऐसे में निवेशकों को सतर्कता के साथ साथ मौके का भी इंतजार करना होगा।
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