Varanasi on High Alert: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी इन दिनों भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हाई अलर्ट (Varanasi on High Alert) पर है। काशी विश्वनाथ मंदिर, बीएचयू, गंगा घाट, कैंट स्टेशन, एयरपोर्ट और पीएमओ जैसे प्रमुख स्थलों की सुरक्षा कई स्तरों पर कड़ी कर दी गई है।
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिले में व्यापक इंतज़ाम किए गए हैं। शहर में 30 महत्वपूर्ण स्थानों पर चेतावनी सायरन लगाए गए हैं, जिससे किसी भी संभावित ब्लैकआउट या हमले की स्थिति में जनता को तुरंत सतर्क किया जा सके।

डीएम ने दी ये जानकारी
डीएम सत्येंद्र कुमार ने बताया कि वाराणसी नगर क्षेत्र में संभावित आपदा की आशंका को देखते हुए युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। पुलिस और सिविल डिफेंस को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में पब्लिक को सुरक्षित रखा जाए। खास बात यह है कि वाराणसी में मौजूद सिविल डिफेंस को अब सीधे एयरफोर्स की हॉटलाइन से जोड़ा जा रहा है ताकि हवाई हमले या अन्य आतंकी गतिविधियों की जानकारी तुरंत मिल सके।
एयरपोर्ट से लेकर गोरखा ट्रेनिंग सेंटर तक, हर संवेदनशील संस्थान की सुरक्षा पांच लेयर में बाँटी गई है। इंडियन ऑयल का गैस प्लांट, बीएचईएल, बीएलडब्ल्यू और 39 GTC जैसे अहम रक्षा और ऊर्जा प्रतिष्ठानों की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को अभूतपूर्व स्तर पर ले जाया गया है। डीएम ने स्पष्ट किया कि आने-जाने वाले हर व्यक्ति की सघन जांच की जा रही है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

सिविल डिफेंस मुख्यालय में भी वार्निंग सायरन
वाराणसी के चेतगंज सिविल डिफेंस मुख्यालय में भी चेतावनी सायरन (Varanasi on High Alert) लगाया गया है। पूरे शहर में वालंटियर्स की मदद से पब्लिक अवेयरनेस अभियान चलाया जा रहा है। सिविल डिफेंस के पास करीब 6 हजार प्रशिक्षित वालंटियर्स हैं, जो किसी भी स्थिति में लोगों की मदद करने को तैयार हैं। इसके साथ ही एनसीसी कैडेट्स और स्काउट्स को भी सक्रिय किया गया है ताकि वे आमजन को आपदा के समय आत्मसुरक्षा के तरीके सिखा सकें।
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24×7 एक्टिव मोड में इमरजेंसी सेवाएं
स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, फायर ब्रिगेड, पीडब्ल्यूडी और एनडीआरएफ जैसी सभी इमरजेंसी सेवाओं को 24×7 एक्टिव मोड में डाल दिया गया है। जिलाधिकारी सतेन्द्र कुमार ने जनता से अपील की है कि वे लोकल पुलिस और प्रशासन द्वारा जारी की जा रही घोषणाओं और निर्देशों को गंभीरता से लें। अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में धैर्य और अनुशासन बनाए रखें।
वाराणसी, जो आध्यात्मिक राजधानी मानी जाती है, आज राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से एक प्रमुख केंद्र बन चुकी है। भारत-पाक तनाव के इस माहौल में यह जरूरी है कि नागरिकों को सरकार और प्रशासन का साथ दें। इस हाई अलर्ट ने पूरे देश का ध्यान अब वाराणसी की ओर खींचा है।
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