मुझे बहुत अफसोस है, गुस्सा है उन लोगों पर जो मेरे फैलो मुस्लिम एक्टर्स हैं। कुछ हैं जो कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।
शायद इस डर से कि उनकी टार्गेटेड ऑडियंस जो बहुत बड़ी मात्रा में पड़ोसी मुल्क से आती है, पाकिस्तान से आती है, उनके फॉलोवर्स कम न हो जाएं।
मैं ये सोच रही थी कि क्यों हमारे देश में हमारे जो हिंदू भाई-बहन हैं, वो मुस्लिमों पर भरोसा क्यों नहीं कर पाते हैं।
मुझे अभी उसका जवाब समझ में आ रहा है। वो इसलिए नहीं कर पाते क्योंकि जब इस तरह के हालात पैदा होते हैं तो सो कॉल्ड एक्टर्स कुछ नहीं बोलते हैं।
यकीन दिलाना पड़ता है, आपको वो भरोसा कमाना पड़ता है और शायद यही रीजन है। कहीं ना कहीं कि उनको भरोसा नहीं है हमारी कौम पर।
मझे बहुत अफसोस है, आप इतने नारे लगाते हैं अपने मुसलमान होने पर आप बड़ा बताते हैं कि भाई हमसे बड़ा मुसलमान कोई नहीं है।
फलक ने आगे कहा- मुस्लिम के अंदर तो ये बोला गया है कि सबसे पहले मोहब्बत आप अपने देश से करो। उसके बाद आप बाकी चीजें सोचो तो कहां है मोहब्बत, कहां है वो जज्बा?
अगर आप लोग पाकिस्तानी आवाम से इतने ज्यादा ऑब्सेस्ड हैं, तो जरा सीखिए उन लोगों से जो पाकिस्तान के एक्टर्स हैं।
बड़े-बड़े नामी एक्टर्स जिन्होंने इंडिया में आकर खूब काम किया है, खूब नाम कमाया है और बहुत बड़ी तादाद में उनके फॉलोवर्स हैं।
वो लोग वहां बैठकर अपने देश को सपोर्ट कर रहे हैं। जबकि उनके देश की तरफ से ही शुरुआत हुई थी। लेकिन फिर भी वो सपोर्ट कर रहे हैं तो तुम्हारा खून क्यों नहीं खोल रहा है।